कौन हैं महुआ मोइत्रा, जिनका विवादों से पुराना नाता, दिग्गज बैंकर की नौकरी छोड़ सियासत में उतरी
Mahua moitra: लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा इन दिनों पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है. मोइत्रा पर कैश फॉर क्वेरी का मामला चल रहा है. जिसको लेकर संसद की एथिक्स कमेटी नें आज सदन में अपनी रिपोर्ट पेश की है. कमेटी के अध्यक्ष मनोज कुमार सोनकर ने सदन के सामने महुआ मोइत्रा पर लगे आरोप बहुत गंम्भीर है उनकी सदस्यता रद्द कर देनी चाहिए. लेकिन आप महुआ मोइत्रा के विवादित राजनीति जीवन के बारे में जानते है. आइए आपको बताते हैं की कैसे एक बैंकर बनी देश के सर्वेच्च सदन की सदस्य
जन्म 5 मई 1975
महुआ मोइत्रा का जन्म 5 मई 1975 को एक बंगाली परिवार में हुआ था. महुआ 15 साल की उम्र में ही आगे की पढ़ाई के लिए लंदन चली गई.
इन्वेस्टमेंट बैंकर
मेसाच्युसेट्स के माउंट होल्योक कॉलेज उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद जेपी मॉर्गन से इन्वेस्टमेंट बैंकर के रूप में अपने पेशेवर जीवन की शुरुआत की.
वाइस प्रेसिडेंट
न्यूयॉक लेकर लंदन तक कंपनी के अलग-अलग पदों पर सेवा देते हुए वाइस प्रेसिडेंट के पोस्ट तक पहुंच गई थी. लेकिन फिर उन्हे देश मोह ने साल 2008 में भारत बुला लिया
2009 में राजनीति की शुरुआत
साल 2009 में महुआ ने राजनीति करना शुरू कर दिया. महुआ अपने राजनीति के शुरुआती दिनों में कांग्रेस से जुड़कर कार्य किया और जल्द ही राहुल गांधी की बहुत करीबी हो गई और राहुल के आम आदमी के सिपाही परियोजना की वह सदस्य बना दी गई.
सीएम ममता की खास
साल 2010 में महुआ तृणमूल कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गई. तेजतर्रार अपने जुझारुपन की वजह से महुआ जल्द ही सीएम ममता की खास हो गई.
विधायक
साल 2016 में महुआ को पहली बार करीमपुर विधान सभा से तृणमूल कांग्रेस पार्टी से उनको टिकट मिला और वह पहली बार विधायक बनकर राज्य के सदन में पहुंची.
परफॉर्मेंस
Mahua Moitra Political Career: महुआ के शानदार परफॉर्मेंस का रिटर्न गिफ्ट तृणमूल कांग्रेस ने उन्हें 2019 में कृष्णानगर लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया और उन्होंने बीजेपी के कल्याण चौबे को 64 हजार मतों से हराकर सांसद बनी. सांसद में महुआ को आईटी कमेटी का सदस्य भी बनाया गया .
विवादों से पुराना नाता
Mahua Moitra Controversy: महुआ का विवादों से बहुत पुराना नाता है. साल 2015 में महुआ ने एक टीवी चैनल पर बहस के दौरान अपनी मध्यमा ( बीच की उंगली) दिखा दी थी. साथ ही 2017 में उन्होंने बीजेपी सांसद बाबुल सुप्रियो के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज करवाया था. सुप्रियो पर महुआ पीकर बेहोश है कहने का आरोप लगाया था.