Rajasthan Assembly Elections: कौन हैं राजस्थान के `सीएम योगी` बाबा बालकनाथ, मुख्यमंत्री पद के दावेदार
Assembly Elections 2023 Results updates: बीजेपी के फायरब्रांड नेताओं में शामिल महंत बालकनाथ योगी अलवर लोकसभा से सांसद हैं. उन्हें तिजारा विधानसभा से बीजेपी ने चुनावी मैदान में उतारा है. योगी आदित्यनाथ की तरह ही बाबा बालकनाथ का पहनावा दिखाई पड़ता है. ऐसे में वे राजस्थान का योगी कहे जाते हैं.
Assembly Elections 2023 Results updates: राजस्थान में अशोक गहलोत वापसी करेंगे या नहीं, क्या जनता के द्वारा 5 साल में सरकार बदलने की प्रथा इस बार भी कायम रहेगी? ऐसे की सवाल हैं जिनके जवाब कुछ ही देर में मिल जाएंगे लेकिन एग्जिट पोल के अनुसार राजस्थान के सीएम पद के लिए जनता की पहली पसंद अशोक गहलोत रहे है. गहलोत को 32% लोग सीएम की कुर्सी पर देखना चाहते हैं. दूसरे नंबर पर न तो वसुंधरा राजे हैं और न ही सचिन पायलट, बल्कि दूसरे नंबर पर लोग चाहते हैं कि महंत बालकनाथ योगी सीएम की कुर्सी पर बैठें. सर्वे में शामिल 10 फीसदी लोग बालकनाथ योगी को राज्य के सीएम के रूप में देखना चाहते हैं.
कौन हैं महंत बालकनाथ योगी?
अलवर लोकसभा से महंत बालकनाथ योगी सांसद हैं और बीजेपी के फायरब्रांड नेताओं में शामिल हैं. इस बार तिजारा विधानसभा से पार्टी ने उन्हें चुनाव मैदान में उतारा है. बाबा बालकनाथ का पोशाक हूबहू यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की तरह ही है ऐसे में राजस्थान का योगी के तौर पर बाबा बालकनाथ योगी प्रसिद्ध हैं.
अलवर व पास की जगहों पर मजबूत पकड़
बाबा बालकनाथ की अलवर व पास की जगहों पर मजबूत पकड़ है और इसी के चलते बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में उन्हें उतारा है. बाबा बालकनाथ योगी बीजेपी के हिंदुत्ववादी एजेंडे पर बिल्कुल फिट बैठते हैं और चुनाव से पहले ही उन्हें राजस्थान में उन्हें उपाध्यक्ष पद दिया. 16 अप्रैल 1984 को राजस्थान के अलवर जिले के कोहराना गांव में महंत बालकनाथ योगी जन्में और वो एक किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं. महंत बालकनाथ योगी का पूरा परिवार लंबे समय से जनकल्याण व साधुओं की सेवा में जुटा है.
6 साल की उम्र में छोड़ा घर
उनके परिवार ने उन्हें अध्यात्म का अध्ययन मात्र 6 वर्ष की उम्र में ही करने की सोची और इसके लिए महंत खेतानाथ के पास उनको भेज दिया. उन्हें बचपन में गुरुमख नाम महंत खेतानाथ ने ही दिया था. गुरु से शिक्षा दीक्षा लेने के बाद महंत चांद नाथ के पास उन्हें भेजा गया जहा पर उनकी बालक प्रवृत्तियों को देख महंत चांद नाथ उन्हें बालकनाथ कहने लगे. इसके बाग उन्हें 29 जुलाई 2016 को महंत चांद नाथ ने अपना उत्तराधिकारी चुन लिया. हिंदू धर्म के नाथ संप्रदाय के आठवें संत महंत बालकनाथ योगी ही हैं और बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय के चांसलर पद को भी संभाल रहे हैं.
यूपी के सीएम योगी के करीबी
अपना पहला लोकसभा चुनाव बाबा बालक नाथ ने 2019 में जीता. तब कांग्रेस के कद्दावर नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह को उन्होंने 3 लाख से ज्यादा वोटों से हराया. जिस संप्रदाय से योगी आदित्यनाथ जुड़े हैं, बाबा बालकनाथ उसी नाथ संप्रदाय के महंत हैं. बाबा बालकनाथ ओबीसी कैटेगरी से आते हैं और 39 साल हैं. नकदी 45 हजार रुपए उनके पास हैं और 13 लाख 29 हजार पांच सौ अठावन रुपए (13,29558 ) भारतीय स्टेट बैक शाखा पार्लियामेंट हाउस संसद भवन नई दिल्ली में जमा है. एक अन्य बैंक खाते में एसबीआई तिजारा शाखा में 5 हजार रुपये जमा हैं. इस तरह उनके पास कुल जमा राशि 13, 79,558 रुपये हैं. 12वी तक उन्होंने पढ़ाई की है.
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