Rashtriya Lok Dal: एनडीए में शामिल रालोद 10 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव में दो सीटें भारतीय जनता पार्टी  से मांगेगा. ये सीटें मुजफ्फनगर की मीरापुर और अलीगढ़ की खैर हैं.  इनमें मीरापुर सीट उसकी अपनी है जिसके विधायक चंदन चौहान अब बिजनौर से सांसद  हैं. पार्टी की नजर खैर विधानसभा सीट पर भी है. इस सीट पर आरएलडी ने सपा के साथ गठबंधन में 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ा था, हालांकि यहां से बीजेपी के अनूप प्रधान वाल्मीकि चुनाव जीते थे. पर वे भी अब हाथरस से सांसद बन चुके हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बीजेपी को गठबंधन का फायदा
राष्ट्रीय महासचिव संगठन त्रिलोक त्यागी ने शनिवार को पार्टी मुख्यालय में मीडिया से बातचीत में कहा कि इनमें से मीरापुर तो हमारी ही सीट है.  यहां से रालोद विधायक चंदन चौहान अब सांसद बन गए हैं. अन्य सीट के लिए एनडीए से बात की जाएगी.  एनडीए में शामिल रालोद मीरापुर के साथ ही खैर सीट की भी मांग करेगा. त्यागी ने कहा कि यह कहना गलत है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को रालोद से गठबंधन का लाभ नहीं मिला. आगरा से सहारनपुर तक गठबंधन सफल रहा. हमारे साथ के कारम बीजेपी ने कई सीटें जीतीं. सत्ता विरोधी लहर के कारण बीजेपी कुछ सींटें गवां गई.


संगठन की समीक्षा
जुलाई से पार्टी संगठन की समीक्षा शुरू हो जाएगी.उन्होंने कहा कि पार्टी बुंदेलखंड में भी जल्द बड़ा कार्यक्रम कर वहां संगठन को खड़ा करेगी. इसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष जयन्त चौधरी शामिल होंगे. कई नेता रालोद में शामिल हुए. उन्होंने पार्टी में कई नेताओं को शामिल कराते हुए कहा कि यहां आपको बहुत सम्मान मिलेगा.


दोनों सीटों पर क्या हैं समीकरण?
खैर सीट सुरक्षित होने के बाद भी यहां जाट वोट निर्णायक की भूमिका में है. खैरर को जिले का दूसरा जाटलैंड बोला जाता है. 2017 में बीजेपी ने RLD का किला ढहाया था. इस सीट पर कांग्रेस, बीजेपी और लोकदल 3-3 बार, जनता दल 2 बार और बीएसपी प्रत्याशी एक बार चुनाव जीत चुके हैं.  2017 और 2022 में बीजेपी के अनूप प्रधान वाल्मीकि यहां से चुनाव जीते. 2022 में RLD प्रत्याशी भगवती प्रसाद सूर्यवंशी दूसरे नंबर पर रहे थे.


आकाश आनंद को बड़ी जिम्मेदारी, पर मायावती ने यूपी में भतीजे के लिए खींच दी लक्ष्मण रेखा