आकाश आनंद को बड़ी जिम्मेदारी, पर मायावती ने यूपी में भतीजे के लिए खींच दी लक्ष्मण रेखा
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand2303166

आकाश आनंद को बड़ी जिम्मेदारी, पर मायावती ने यूपी में भतीजे के लिए खींच दी लक्ष्मण रेखा

uttarakhand Assmbly by Election: BSP ने उत्तराखंड विधानसभा उप-चुनाव के लिए 13 स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी कर दी है. आकाश आनंद को स्टार प्रचारक बनाया गया है. यूपी लोकसभा चुनाव में मायावती ने भतीजे को दूर रखा था. 

uttarakhand Assmbly by Election

uttarakhand Assmbly by Election: उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी लोकसभा चुनाव के बाद अब उपचुनाव की तैयारी में जुट गई है. बसपा ने  उत्तराखंड विधानसभा उप-चुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी कर दी है. इस लिस्ट में मायावती के साथ-साथ उनके भतीजे आकाश आनंद का नाम शामिल है. ये सभी पार्टी के लिए प्रचार करेंगे. लोकसभा चुनाव के दौरान मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया था.

लोकसभा चुनाव के बाद धामी मंत्रिमंडल की पहली कैबिनेट बैठक आज, कई महत्वपूर्ण फसलों पर लगेगी मुहर

 मायावती पहले नंबर पर और दूसरे पर आकाश आनंद
उत्तराखंड उप-चुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की लिस्ट में पहले नंबर पर मायावती का नाम है. दूसरे नंबर पर उनके भतीजे आकाश आनंद का नाम है. तीसरे नंबर पर उत्तराखंड के लिए राम जी गौतम है. चौथे नंबर पर सुरेश आर्य हैं. उत्तराखंड की 2 सीटों  पर 10 जुलाई को मतदान होने हैं. 

fallback

10 जुलाई को मंगलौर सीट पर चुनाव
मंगलौर विधानसभा सीट पर 10 जुलाई को वोटिंग होगी. इस सीट से बसपा के टिकट पर सरवत करीम अंसारी विधायक चुने गए थे.  अंसारी के निधन से यह सीट रिक्ट हुई है. बीएसपी यहां पर काफी मजबूत मानी जाती है. बता दें कि मंगलौर सीट को बीजेपी कभी नहीं जीती. यहां से बसपा और कांग्रेस अक्सर जीतते आए हैं.

मायावती ने किया था जिम्मेदारी से आजाद
बता दें कि बसपा को लोकसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं मिली है. बसपा लोकसभा चुनाव रिजल्ट में शू्न्य पर आ गई. लोकसभा चुनाव में भी बसपा के प्रचार अभियान की जिम्मेदारी आकाश आनंद के कंधों पर थी. रैलियों और सभाओं में दिए दिए गए उनके  भाषणों से की विवाद भी पैदा हुए और जिसके बाद लोकसभा चुनाव के दौरान मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को अपने 'उत्तराधिकारी' और पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक (नेशनल कोऑर्डिनेटर) की जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया था. बसपा प्रमुख ने पिछले साल दिसंबर  में आकाश आनंद को अपना 'उत्तराधिकारी' घोषित किया था और उन्हें हटाने का यह आश्चर्यजनक फैसला उस समय आया था जब देश में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए मतदान हो गया था. पार्टी में लगातार आकाश की वापसी को लेकर मांग उठती रही. अब उत्तराखंड उपचुनाव के लिए बसपा ने उनको बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है.

 

Trending news