UP Budget 2024: रामचरित मानस की चौपाई से शुरुआत, वित्त मंत्री पेश कर रहे यूपी का महाबजट
UP Budget 2024 Live: वित्त मंत्री सुरेश खन्ना 2024-25 के लिए बजट पेश कर रहे हैं. बजट की शुरुआत वित्त मंत्री ने रामचरित मानस की चौपाई पढ़कर की. वित्त मंत्री ने कहा, बजट पेश करने के से पहले रामचरित मानस से शुरू करना चाहते हैं.
UP Budget 2024: यूपी की योगी सरकार दूसरे कार्यकाल का तीसरा बजट 5 फरवरी यानी आज पेश हो रहा है. वित्त मंत्री सुरेश खन्ना 2024-25 के लिए बजट पेश करेंगे. बजट की शुरुआत वित्त मंत्री ने रामचरित मानस की चौपाई पढ़कर की.
वित्त मंत्री ने कहा, बजट पेश करने के से पहले रामचरित मानस से शुरू करना चाहते हैं. हमारी संस्कृति का पुनर्जागरण हो रहा है. बाल कांड में गुरु वशिष्ठ जी ने यह विशेष रूप से यह बात कही है कि धर्मशील लोगों के पास सुख संपदा ऐश्वर्य अपने आप जाता है, इसमें चौपाई है जिमि सरिता सागर महुँ जाहीं। जद्यपि ताहि कामना नाहीं।। तिमि सुख संपति बिनहिं बोलाएँ। धरमसील पहिं जाहिं सुभाएँ।।'
'हौसले दिल में जब मचलते हैं, आँधियों में चिराग जलते हैं'
वित्त मंत्री ने कहा, उत्तर प्रदेश आर्थिक-सामाजिक विकास के हर क्षेत्र में नई ऊचाईयों को प्राप्त कर रहा है. हमने इस नैरेटिव को सिरे से खारिज कर दिया कि उत्तर प्रदेश एक बीमारू प्रदेश है. हमने प्रदेश की जनता में, प्रदेश की मेधा में अपार सम्भावनाओं को देखा और बड़े आत्मविश्वास के साथ मुख्यमंत्री के नेतृत्व में विकासगाथा की रचना की है- हौसले दिल में जब मचलते हैं, आँधियों में चिराग जलते हैं. जैसा मैंने प्रारम्भ में कहा है, हमारी नीतियां विशेष रुप से युवा, महिला, किसान व गरीबों के उत्थान को समर्पित हैं.''
'मुक्त हूँ कर्तव्य की चिन्ताओं से....'
वित्त मंत्री ने भाषण के दौरान कहा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में जिस प्रकार प्रदेश में चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार हुआ है और बड़ी संख्या में आयुष्मान कार्डों का वितरण किया गया है, वह अन्य राज्यों के लिये अनुकरणीय मिसाल के रूप में हमारे समक्ष है. आम आदमी क्या सोचता है:- मुक्त हूँ कर्तव्य की चिन्ताओं से, दर्द से दुःख से मुझे आराम है. हर किसी के वास्ते हर वस्तु है, यह हमारे ऐश्वर्य का पैगाम है.
'..दुनिया सफर करे तेरे दामन को थाम कर'
उन्होंने कहा, आज से 07 वर्ष पहले कोई यह कल्पना भी नहीं कर सकता था कि उत्तर प्रदेश इतनी तीव्र गति से ऐसा मुकाम हासिल कर पायेगा. यहां दो पंक्तियाँ प्रस्तुत है- पैदा नजर-नजर में एक ऐसा मुकाम कर, दुनिया सफर करे तेरे दामन को थाम कर.''