लखनऊ: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव होने से पहले एक और राजनीतिक दल की एंट्री हो गई है. साल 2017 में योगी सरकार आने के बाद DGP बनाए गए सुलखान सिंह ने बनाई अपनी अलग पार्टी 'बुंदेलखंड लोकतांत्रिक पार्टी' बनाई है. सुलखान सिंह ने राजनीतिक पार्टी की शुरुआत बुंदेलखंड को अलग राज्य बनाए जाने की मांग के साथ की है. इसके लिए उन्होंने बाकायदा उन्होंने का गठन किया है. 


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बुंदेलखंड लोकतांत्रिक पार्टी का गठन
बुंदेलखंड लोकतांत्रिक पार्टी' (Bundelkhand Loktantrik Party) गठित होने के बाद सुलखान सिंह पहली बार मीडिया के सामने आए तो उन्होंने क्षेत्र की समस्याओं को प्रमुखता से उठाया. यूपी के बांदा में आयोजित हुई प्रेसवार्ता में उन्होंने 'बुंदेलखंड राज्य में 15 जिले शामिल करने की मांग उठाई जाएगी.  आने वाले चुनावों में इन जिलों से पार्टी के उम्मीदवार भी मैदान में उतारे जाएंगे.


यूपी के 7 जिले: झांसी, बांदा, हमीरपुर, चित्रकूट, ललितपुर, जालौन, महोबा 
मध्य प्रदेश के 8 जिले: दमोह, पन्ना, सागर, छतरपुर, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, अशोकनगर को बुंदेलखंड 




क्षेत्र के विकास के लिए राजनीति में-सुलखान
मीडिया से बात करते हुए सुलखान सिंह ने केंद्र और प्रदेश में सत्तासीन बीजेपी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, केंद्र और प्रदेश में बैठे राजनीतिक दल नहीं चाहते कि बुंदेलखंड राज्य बने. PC में उन्होंने कहा कि,आज भी बुंदेलखंड में रोजगार के अवसर नहीं हैं. टाइम से सिंचाई नहीं होने की कारण किसानों की फसलें सूख रहीं हैं.  मऊ और मरका पुल का निर्माण शुरू करवाया गया, मगर  यह महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट भी ठंडे बस्ते में चला गया. पूर्व डीजीपी ने आगे कहा कि, इस क्षेत्र के विकास के लिए वह सक्रिय राजनीति में उतर रहे हैं. इसके लिए उन्होंने 'बुंदेलखंड लोकतांत्रिक पार्टी' का गठन किया है।


कौन हैं सुलखान सिंह?
सुलखान यूपी के ही बांदा के रहने वाले हैं. उनका जन्‍म 8 सितंबर 1957 को हुआ था. सुलखान की शुरुआती शिक्षा बजरंग इंटर कॉलेज में हुई है. IIT रुड़की से सिविल इंजीनियरिंग की है. सुलखान ने वकालात की पढ़ाई भी की है.सुलखान सिंह यूपी कैडर 1980 बैच के IPS अफसर हैं. सुलखान सिंह 2017 में यूपी के DGP थे.


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