Ameeque Jamei: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अमीक जामेई पर धोखाधड़ी के मामले में शिकंजा कस चुका है. जामेई समेत 3 लोगों के खिलाफ गोंडा जिले के कर्नलगंज में लाखों रुपये की जालसाजी और गबन का मामला दर्ज हुआ है. कर्नलगंज के जुबैर अहमद ने कहा कि साल 2022 में उनकी मुलाकात मुकीद खां से हुई थी. जिसने खुद को समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय सचिव बताया था. उसने उस समय कहा कि वह जुबैर को बाराबंकी में सस्ते में जमीन दिलवा देगा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इसके बाद मुकीद खां ने जुबैर की मुलाकात अमीक जामेई से कराई. जुबैर को उस समय कोई दस्तावेज दिखाया गया. जुबैर धोखा खा गए और इन लोगों को 40 लाख थमा बैठे. बाद में जब जमीन बैनामा करने की बात आई तो ये लोग अहमद को टालते रहे. बाद में यह बात सामने आई कि जमीन जामेई के नाम पर नहीं है. इसके बाद जब जुबैर ने अपने पैसे वापस मांग तो उसे डरा धमकाया गया.


पीड़ित ने इस मामले में पुलिस से शिकायत की है और मामला दर्ज हो गया है. जुबैर ने बताया कि उन्होंने जामेई को 3 लाख 30 हजार रुपए नगद दिए थे. बाद में घर आकर जामेई के खाते में 1 लाख 70 हजार रुपए भेजे थे. जमीन की कुल कीमत 40 लाख रुपए बताई गई थी. जुबेर से 40 लाख रुपए देने के बाद जमीन का बैनामा होने की बात कही गई थी. बाद में अमीक जामेई खुद जुबैर अहमद के घर पहुंचे थे और 10 लाख रुपये लेकर गए .


कौन हैं अमीक जामेई


अमीक जामई मीडिया में सपा का पक्ष रखते आपको दिख जाएंगे. वह टीवी डिबेट में सपा की पैरवी करते हैं. मौजूदा मामले में जब जमीन का असली मालिक सामने आ गया तो जुबैर ने जामेई से संपर्क किया. इसके बाद जमाई ने बताया कि वह जमीन उनकी नहीं है. पिछले 2 साल से जामेई जुबैर को लटका रहे हैं. जुबैर अहमद का कहना है कि जमाई ने कई लोगों को ठगा है.