APAAR ID IN UP: केंद्रीय और नवोदय स्कूलों के कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों की तरह अब उत्तर प्रदेश के सभी प्राइमरी-अपर प्राइमरी स्कूलों के बच्चों की अब अपार यूनिक आईडी बनेगी. ये आईडी 12 नंबर की होगी. 12 अंको का अपार यानी ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री आईडी आधार (aadhar) से लिंक होगी. ये राज्य के प्राइमरी-अपर प्राइमरी स्कूलों के स्टूडेंट्स के वर्तमान पीईएन (पेन) की जगह लेगा. इसके होने से सभी स्कूलों के स्टूडेंट्स की शैक्षिक प्रगति और उपलब्धि ट्रैक की जा सकेगी. इसके बनने से ड्रॉप आउट छात्रों की संख्या को कम करने में सहायक होगा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्या है  APAAR ID Card ?
APAAR आईडी कार्ड को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा पेश किया गया है.  यह कार्ड भारतभर के निजी और सरकारी स्कूलों या कॉलेजों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के लिए एक डिजिटल आईडी कार्ड है. अपार आईडी कार्ड एक आजीवन रहने वाला आईडी नंबर है, जो स्टूडेंट्स की एकेडमिक जर्नी और उनकी उपलब्धियों को ट्रैक करता है. इसके साथ ही, एक स्कूल से दूसरे स्कूल में ट्रांसफर की प्रक्रिया को आसान बनाता है.ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री आईडी (अपार आईडी) योजना का पूरे देश में लागू किए जाने की पहल शुरू कर दी गई है.  यह योजना तीन चरणों में लागू होगी. पहले चरण में कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्रों को यूनिक आईडी प्रदान की जाएगी.  सेकेंड चरण में कक्षा 6वीं से लेकर 8वीं तथा अगले चरण में पहली से लेकर पांचवीं तक विद्यार्थियों की यूनिक आईडी बनाई जाएगी.


APAAR ID के लिए रजिस्टेशन कैसे करें? 
स्कूल और कॉलेज पैरेंट्स की सहमति के बाद ही स्टूडेंट के APAAR आईडी कार्ड के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू करेंगे.अपार आईडी कार्ड के लिए स्टूडेंट्स को पहले अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा. सबसे पहले इसके लिए आपका आधार कार्ड होना चाहिए.साथ ही उन्हें डिजिलॉकर पर एक अकाउंट भी बनाना होगा, जिसका उपयोग ई-केवाईसी के लिए किया जाएगा. जानकारी के मुताबिक स्कूल और कॉलेज बच्चों को एक फॉर्मेट फॉर्म देंगे, जिसे पैरेंट्स को भरकर जमा करना होगा. अभिभावकों की सहमति के बाद ही स्कूल APAAR ID कार्ड बनाएंगे. APAAR आईडी कार्ड के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया कुछ इस तरह है.


ये है तरीका
सबसे पहले स्टूडेंट्स को एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट्स (एबीसी बैंक) की वेबसाइट पर जाएं. यहां ‘My Account’ पर क्लिक करें और ‘Student’ के विकल्प को चुनें. फिर इसके बाद आपका डिजिलॉकर में अकाउंट है, तो ठीक है, नहीं तो ‘साइन अप’ पर क्लिक करें और मोबाइल, पता और आधार कार्ड पर जानकरी दर्ज करें. credentials का यूज करके डिजिलॉकर अकाउंट (DigiLocker account) में Log in करें. इसके बाद डिजीलॉकर केवाईसी (kyc) वेरिफिकेशन के लिए ABC के साथ आधार कार्ड डिटेल शेयर करने के लिए आपसे परमीशन मांगेगा. फिर ‘I agree’ को सलेक्ट करें. अपनी शैक्षणिक विवरण दर्ज करें, जैसे  स्कूल या university का नाम, कक्षा, पाठ्यक्रम का नाम आदि. इतना करने के बाद फॉर्म जमा करे. ऐसा करने के बाद आपका APAAR ID card जेनरेट हो जाएगा.


क्या होगा फायदा?
इस ID के जरिए विद्यार्थी देश के किसी भी हिस्से से आसानी से ट्रैक किए जा सकेंगे, क्योंकि यह एक राष्ट्र, एक छात्र आईडी के रूप में कार्य करेगी. इसके होने से छात्रों को कहीं पर भी एडमिशन लेने में परेशानी नहीं होगी. यह अपार आईडी डीजी लॉकर से भी जुड़ेगी. छात्र अपने सभी शैक्षणिक रिकॉर्ड को एक जगह पर रख सकेंगे.  यह आईडी भविष्य में उच्च शिक्षा और रोजगार के लिए क्रेडिट स्कोर के रूप में उपयोगी होगी.


भारत की पहली ट्रेन कब चली थी? वो सवाल जो प्रतियोगी परीक्षा में करवा देंगे पास