Medical Store License : अब एक फार्मासिस्ट के लाइसेंस पर दो या ज्यादा जगह मेडिकल स्टोर खोलने वालों पर यूपी सरकार शिकंजा कसने जा रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत औषधि विभाग ने सभी फार्मासिस्ट के नाम, पता समेत पंजीकरण की पूरी जानकारी का ऑनलाइन रिकॉर्ड तैयार करना शुरू कर दिया है. फार्मासिस्ट के सभी आवश्यक दस्तावेजों, मेडिकल स्टोर की तय जगह आदि के भौतिक सत्यापन के बाद ही अब उसे स्थायी लाइसेंस संख्या जारी की जाएगी. यह नंबर यूपीएफडीए के पोर्टल पर दर्ज किय जाएगा.


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इससे कोई भी अगर ड्रग लाइसेंस पर कई जगहों पर मेडिकल स्टोर का संचालन करता पाया जाएगा तो उसकी पकड़ हो जाएगी औऱ आसानी से उस पर कार्रवाई कर उसका लाइसेंस निरस्त किया जाएगा. अभी देखा जाता है कि तमाम फार्मासिस्ट अपना लाइसेंस किसी औऱ को किराये पर दे देते हैं औऱ वो उ उनके नाम पर बिना किसी जानकारी के धड़ल्ले से मेडिकल स्टोर का संचालन करता है.   


मेडिकल स्टोर या दवाखाना


ऐसे में अगर कोई फार्मेसिस्ट के नाम पर दवाखाना चलाता है औऱ कोई गलत दवा किसी को दे देता है तो मरीज की जान पर बन आती है. डॉक्टर की तरह मेडिकल स्टोर संचालक की जिम्मेदारी (Medical store kaise open kare) बड़ी होती है.


मेडिकल स्टोर कैसे खोलें


दवाखाना यानी दवा की दुकान को खोलने से लेकर चलाने (how to open medical store in Hindi) में किसी भी प्रकार की चूक भारी पड़ सकती है. लिहाजा मेडिकल स्टोर खोलने के लिए लाइसेंस प्रक्रिया को अपनाया गया है. ग्रामीण और कस्बाई इलाकों में गरीब लोग डॉक्टरों की महंगी फीस के कारण छोटी मोटी बीमारियों में मेडिकल स्टोर से ही दवा ले लेते हैं. कई मेडिकल स्टोर संचालक जेनरिक या घटिया क्वालिटी की दवा भी मरीज को दे देते हैं, जिससे भी कई केस बिगड़ते हैं.


मेडिकल स्टोर कैसे खोलें और कहां
मेडिकल स्टोर खोलने के लिए (Medical store kaise khole in Hindi) फार्मासिस्ट की डिग्री होना आवश्यक है . फार्मेसी का कोर्स या उसकी डिग्री होनी चाहिए. तभी आपको फूड एवं ड्रग का मेडिकल स्टोर का लाइसेंस मिल सकता है. मेडिकल स्टोर चलाने के यह जानना जरूरी है कि कौन सी दवा किस रोग या मर्ज में काम आती है.


नकली दवा कैसे पहचानें
डॉक्टरों का पर्चा पढ़ना, ड्रग फार्मूला जानना, असली या नकली दवा पहचानना भी आवश्यक होता है. मेडिकल स्टोर पर तमाम सर्जरी मास्क, डेटॉल, बैंडेज, मरहम पट्टी औऱ छोटे मोटे मेडिकल उपकरण भी बिकते हैं. प्रेगनेंसी टेस्ट किट, कंडोम, टिश्यू पेपर से लेकर प्रोटीन पाउडर तक मेडिकल स्टोर संचालक बेचते हैं. 


Biology Study :  बायोलॉजी की पढ़ाई
मेडिकल स्टोर खोलने वाले को 12वीं क्लास तक पढ़ाई जरूरी है, वो भी बॉयोलॉजी से. अगर आपने 10वीं सामान्य विषयों और 11-12 बायो से पढ़ाई की है तो मेडिकल स्टोर के लिए फार्मेसी कोर्स कर सकती हैं. फार्मेसी कोर्स इंस्टीट्यूट में एडमिशन के लिए (Pharmacy course kaha se karen) बायोलॉजी अनिवार्य है. 


पीसीएम की पढ़ाई करें तो बेहतर
अगर आपके पास इंटरमीडिएट में Physics(भौतिक विज्ञान), Chemistry(रसायन विज्ञान) और Biology (जीव विज्ञान) अनिवार्य तौर पर आपका विषय होना चाहिए. आपने आर्ट या कॉमर्स से 12वीं कक्षा पास की है तो फार्मेसी कोर्स या डिग्री (medical store ke liye course) आपको नहीं मिल पाएगी  


फार्मेसी का कोर्स कहां से करें
फार्मेसी कोर्स करने के 2 रास्ते होते हैं. इसमें डिप्लोमा या बैचलर डिग्री ली जा सकती है. फार्मेसी कोर्स के लिए (medical store kholne ke liye kaun sa course karen) सरकारी या प्राइवेट पैरा मेडिकल कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं. लेकिन यह जरूर चेक कर लें कि वो चिकित्सा संस्थान मान्यताप्राप्त है या नहीं. 


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