Mosquito Killer Machine : गर्मी का मौसम शुरू हो गया है. ऐसे में मच्‍छर भी पनपने लगे हैं. मच्‍छरों से बचाव के लिए लोग क्‍या-क्‍या नहीं करते. कई लोग बाजार में बिक रही महंगी क्रीम लगाते हैं तो कई बार लोग मच्‍छर भगाने वाली मशीनों का इस्‍तेमाल करते हैं. क्‍या आपको मालूम है कि ये मच्‍छर भगाने वाली छोटी मशीनें आपकी जेब पर कितना भार डाल रही हैं. तो आइये जानते हैं ये मशीनें कितनी बिजली खाते हैं. 


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महीनेभर में इतनी बिजली खपत 
बाजार में मौजूद मच्‍छर भगाने वाली ज्‍यादातर मशीनें कम बिजली खपत करने वाली होती हैं. अधिकांश मशीनें 5 से 7 वॉट तक बिजली खपत करती हैं. उतना ही जितना एक नाइट बल्‍ब करता है. ये मशीनें करीब 10 घंटे तक लगातार इस्तेमाल करने पर लगभग आधी यूनिट बिजली की खपत करती हैं. मतलब महीने भर 10 यूनिट बिजली की खपत होती है. हर राज्य में अलग-अलग रुपये यूनिट का चार्ज लगता है. नोएडा में 6.5 रुपये यूनिट है. यानी 65 रुपये का खर्चा आएगा. 


ऐसे करती हैं काम 
इलेक्ट्रिक मॉस्कीटो रेपेलेंट में हीटर का इस्तेमाल होता है. यह रॉड मशीन और लिक्विड के बीच कनेक्शन बनाने का काम करती है. लाइट के जरिए जब मशीन की रॉड गर्म हो जाती है तो वह मशीन की रिफिल में मौजूद लिक्वविड को पूरे कमरे में फैला देती है. 


क्‍यों आती हैं इतनी महंगी 
वहीं, आपको जान कर हैरानी होगी कि मच्छरों भागने वाले इन मशीनों में जिस लिक्विड का इस्‍तेमाल करते हैं उसमें 96 फीसदी मिट्टी का तेल इस्‍तेमाल किया जाता है. ऐसे में यह सवाल उठता है कि मिट्टी का तेल तो सस्‍ता होता है फिर ये Liquid इतने महंगे क्‍यों आते हैं. दरअसल, इस लिक्विड में मिट्टी के तेल के अलावा कई और केमिकल भी होते हैं. 


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