UPPCL: बिना रीडिंग बिजली के मनमाने बिल नहीं भेज सकेंगे रीडर, लापरवाह कर्मियों पर बिजली विभाग कसेगा लगाम
UPPCL: बिना रीडिंग के मनमाने बिजली के बिलों की बढ़ती शिकायतों पर बिजली कंपनी ने संज्ञान लिया है. इसी क्रम में विभाग ने सख्त कदम उठाना शुरू किया है.
UPPCL: बिजली बिल को लेकर विभाग के पास आए दिन शिकायतें मिल रही हैं. मीटर रीडर बिना पहुंचे ही अपने मन से बिल बना दे रहे है. अब विभाग ऐसे लापरवाह लोगों से निपटने के लिए नहीं व्यवस्था लेकर आया है. जिसके बाद अब रीडर को बिना रीडिंग या गलत रीडिंग कर बिल भेजना बंद करना पड़ेगा. दरअसल, प्रयागराज जोन में बिलिंग बाई मंथ की व्यवस्था शुरू की गई है. जिसके तहत रीडर को बिजली का बिल बनाने के लिए सही रीडिंग करनी पड़ेगी. रीडर को मीटर के रीडिंग की वीडियो या फोटो भी लेनी अनिवार्य होगी. यानी अब रीडर बिना रीडिंग के बिल मुहैया नहीं कर पाएंगे. बिजली विभाग के इस फैसले के बाद से बिजली उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी.
दरअसल, शहर में बिना रीडिंग या गलत रीडिंग के बिल की समस्या आम हो गई है. अब इस समस्या से ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को दो-चार होना पड़ रहा है. पीड़ित उपभोक्ता अपने संबंधित उपकेंद्रों पर आए दिन इस बात की शिकायत लेकर पहुंचते हैं कि रीडर बिना घर आए ही अपने मन से रीडिंग दर्ज कर बिजली का बिल बना देते हैं. रोज-रोज मिलने वाली इस शिकायत को अब विभाग ने गंभीरता से लिया है. इस फैसले के चलते उपभोक्ताओं को इलेक्ट्रिसिटी बिल मिलने में लेट हो सकता है, लेकिन उनकी समस्या का समाधान जरूर होगा.
मुख्य अभियंता, जोन द्वितीय विश्वदीप अंबरदार के मुताबिक, बिजली का बिल बनाने का आदेश रीडरों को पहले से ही दिया गया है, लेकिन अभी भी कुछ कर्मचारी लापरवाही बरत रहे हैं. कंज्यूमर्स को सही बिल मिल सके इसके लिए विभाग ने फैसला लिया है कि एक महीने के बजाय दो महीने पर बिजली के बिल मुहैया कराया जाए.