UWIN app : कोरोना महामारी (Coronavirus) के खिलाफ टीकाकरण में ब्रह्मास्त्र साबित हुए कोविन ऐप (CoWIN Portal) की कामयाबी को अब सरकार दूसरे वैक्सीनेशन कार्यक्रम में भी भुनाएगी. इसके लिए यूविन ऐप तैयार हो रहा है. इस ऐप के तहत जच्चा बच्चा या अन्य बीमारियों से ग्रसित लोगों के वैक्सीनेशन में अस्पताल, डॉक्टर के एप्वाइंटमेंट से लेकर टीकाकरण की हर तारीख का अलर्ट मरीज को मिलेगा. ऐसे में टीके का दिन भूलने की चिंता भी दूर हो जाएगी. 


वैक्सीनेशन की बुकिंग यूविन एप पर


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कोविड-19 के दौर में कोविन एप के जरिये ही हेल्थकेयर वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर, बुजुर्गों बच्चों और युवाओं के लिए कोरोना वैक्सीनेशन की बुकिंग कोविन ऐप से की गई और इसी के जरिये उन्हें दूसरी डोज या बूस्टर डोज की याद भी दिलाई गई. लोगों ने आराम से घर बैठे पास के अस्पताल औऱ समय को चुना और बिना किसी झंझट के टीके लगवाए. लेकिन देश में पोलियो, निमोनिया, सिरोसिस, काली खांसी, डिप्थीरिया, चेचक,  रोटा वायरस जैसी तमाम बीमारियों के लिए टीके लगाए जाते हैं. आंगनवाड़ी, एएनएम, नर्स, शिक्षकों औऱ चिकित्सकों के माध्यम से गर्भवती महिला को गर्भधारण के बाद औऱ प्रसव के बाद तमाम टीके लगाए जाते हैं, ये जानलेवा बीमारी से दूर रखते हैं. लेकिन अक्सर लोग टीकाकरण कार्ड खो देते हैं, तारीखें भूल जाते हैं. 


‘यू विन’ पॉयलट प्रोजेक्ट


लेकिन बच्चे या महिला के टीकाकरण कार्ड को संभालकर रखने का झंझट अब खत्म होगा. कोविन प्लेटफार्म के बाद ऑनलाइन यूविन एप तैयार हो रहा है. ये कोरोना वैक्सीनेशन की तरह हर तरह के टीके की जानकारी मोबाइल पर देगा. मोदी सरकार ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 2-2 जिलों में ‘यू विन’ पॉयलट प्रोजेक्ट शुरू किया है. इसकी सफलता के साथ पूरे देश में इसे लांच किया जाएगा. हर घर तक स्मार्टफोन की पहुंच होने के साथ ये बेहद कारगर साबित होने वाला है. इस ऐप का प्रयोग हर गर्भवती महिला के पंजीकरण  टीकाकरण, प्रसव का पूरा रिकॉर्ड, नवजात को पंजीकरण, पैदा होने के समय और बाद के टीके का रिकॉर्ड रखने में होगा. यह बच्चे के बर्थ सर्टिफिकेट के रिकॉर्ड में भी कारगर हो सकता है.  


65 जिलों में आगाज हुआ


यह पूरी तरह कोविड-19 वैक्सीनेशन में सफल ‘कोविन’ की तरह होगा. इसकी लांचिंग 11 जनवरी को देश के 65 जिलों में हुई है. सूत्रों के अनुसार, ‘यूविन’ हर तरह के टीके लेने वाले की जानकारी रखने का एकमात्र केंद्र होगा.  इसमें टीका लगवाने वालों की जानकारी के साथ अस्पताल, समय समेत सारी जानकारी बस एक क्लिक में मिलेगी. इससे ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्र में डॉक्टरों को जच्चा बच्चा का सारा रिकॉर्ड भी तुरंत मिल जाएगा. इसमें सभी गर्भवती महिलाओं और डिलिवरी के बाद उनके ब्चचों का निशुल्क डिजिटल रजिस्ट्रेशन होगा.


कहीं भी कभी लगवाइए वैक्सीन
गर्भवती महिलाओं और शिशुओं का टीकाकरण कार्ड आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाते के पहचान पत्र से भी जुड़ेगा. सभी राज्यों और जिलों के जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के पास ये डेटाबेस मौजूद होगा. इससे एक टीका किसी अस्पताल में लगने के बाद दूसरा टीका किसी अन्य अस्पताल में लगने में भी दिक्कत नहीं होगी. डॉक्टर का अप्वाइंटमेंट भी ऑनलाइन होगा, ताकि जच्चा बच्चा को वैक्सीनेशन के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. 


ऑनलाइन रहेगा सारा रिकॉर्ड
 65 जिलों के स्वास्थ्यकर्मियों और हेल्थकेयर वर्कर को इसकी ट्रेनिंग दी गई है. फिलहाल यूनिवर्सल इम्यूनाइजेशन प्रोग्राम के तहत टीकों का रिकॉर्ड कागजी दस्तावेजों में रखा जाता है. इसका रखरखाव भी बेहद दिक्कत भरा है. लेकिन यूविन ऐप से ये सारी समस्याएं चुटकियों में हल हो जाएंगी. वैक्सीनेशन पूरा होने का सर्टिफिकेट भी ऑनलाइन कहीं भी कभी डाउनलोड किया जा सकेगा. इसे डिजिटल लॉकर यानी डिजिलॉकर में भी रख सकेंगे.


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