Vitamin ki kami : नींद न आना आज की भागदौड़ तनाव भरी जिंदगी का सबसे बड़ा सिरदर्द बन गया है, लेकिन टाइमटेबल से जीने वाले और स्ट्रेस से दूर लोग भी नींद न आने की बीमारी से परेशान हो रहे हैं. इसकी वजह आपके शरीर में विटामिन की कमी (Vitamin Deficiency) हो सकती है. पूरी नींद नहीं लेंगे तो इसका प्रभाव आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) पर पड़ेगा. आजकल के तनावपूर्ण माहौल में हम अपनी नींद पूरी नहीं कर पा रहे हैं. ऐसा विटामिन डी की कमी से हो सकता है. 


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लोग नींद के लिए दवा खाने, मादक पदार्थों का सेवन या अन्य गलत चीजों का सहारा ले रहे है. नींद न आने की बीमारी को इनसोमनिया (Insomnia) भी कहा जाता है. नींद न आने की वजह इंसान का तनाव, डिप्रेशन, किसी काम में मन ना लगना, उलझन, घबराहट, चिड़चिड़ापन , हृदय की बीमारी, हार्मोनल इंबैलेंस और दिमाग से जुड़ी बीमारियां हो सकती है. नींद का इलाज हमारे खानपान में ही मौजूद है. विटामिन की कमी से नींद न आने की बीमारी की वजह हो सकती है.


क्या आपको पता है कि विटामिन डी की कमी का स्लीप एप्निया यानी नींद की कमी से सीधा संबंध है. विटामिन D की कमी और नींद का सीधा संबंध है. विटामिन डी की कमी से पूरी नींद ना आना, थोड़ी थोड़ी देर में नींद खुल जाना, नींद में सांस रुक जाना, सुबह उठकर सर दर्द होना और दिन में थका थका सा महसूस होना आदि लक्षण दिखाई देने लगते हैं.


नींद न आने की (Sleep Apnea) बीमारी आपको विटामिन डी की कमी के कारण हो सकता है जिसमें मरीज की सोते वक्त सांसे रुकने लगती हैं. विटामिन डी हमारे शरीर में सूजन पैदा करने चीजों को कम करता है. इसका असर नींद पर पड़ता है. तमाम अध्ययनों में भी नींद की कमी और विटामिन डी की कमी का सीधा संबंध पाया गया है.


विटामिन डी (Vitamin D) हमें सूरज की रोशनी से मिलता है. अगर रोज 1-2 घंटे धूप में रहते हैं तो पर्याप्त विटामिन डी हमें मिल सकता है. विटामिन डी धूप के साथ ही दूध, अंडे, सोयाबीन, मछली, अनाज, संतरा, मशरूम जैसी चीजों में भी पाया जाता है. दिक्कत ज्यादा है तो विटामिन डी की गोलियां भी ले सकते हैं.


 


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