अली मुक्तेदा/कौशांबी: झोलाछाप डॉक्टरों को लेकर मिल रही लगातार शिकायतों के बाद अब प्रशासन हरकत में आ गया है. शनिवार को स्वस्थ्य विभाग की टीम ने छापा मार कर 5 अस्पतालों को सीज कर दिया. इसके साथ ही 2 को नोटिस दिया है. जिला चिकित्साधिकारी सुष्पेंद्र कुमार के निर्देश पर कड़ा ब्लॉक क्षेत्र में नोडल अधिकारी कुश शर्मा ने झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा चलाए जा रहे क्लीनिक और अस्पतालों पर छापामार कार्रवाई की. इसमें उन्होंने 5 अवैध क्लीनिक और अस्पतालों को सील किया. साथ ही 2 डॉक्टरों को नोटिस भी दिया है. स्वस्थ्य विभाग की इस बड़ी कार्रवाई से अवैध अस्पताल संचालकों और झोलाछाप डॉक्टरों में हड़कम्प मचा हुआ है.


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नोडल अधिकारी बनाए गए डॉक्टर कुश शर्मा ने बताया कि चिकित्साधिकारी के आदेशानुसार डॉक्टर सऊद ने मुझे नोडल बनाया है. अवैध अस्पताल जो चला रहे हैं, उनमें अधिकांश तय मानकों पर खरे नहीं हैं. यहां पदस्थ डॉक्टरों के पास या तो सिर्फ फार्मासिस्ट की डिग्री है, तो किसी के पास फिजियोथेरेपिस्ट की डिग्री है. कई ऐसे भी स्वास्थ्य कर्मी हैं जिनके पास कोई डिग्री नहीं है. कुछ तो कंपाउंडर बनने की ट्रेनिंग ले रहे हैं. उनके अस्पतालों में नारकोटिक्स दवाएं मिली है. लेकिन ये प्रतिबंधित दवाएं कहा से इनको मिली हैं. इसका पता नही चल रहा है. इनको नोटिस देकर 5 अस्पताल सील किए है. और 2 अस्पतालों को नोटिस दिया है. आने वाले समय मे पूरे ब्लॉक में प्रयास रहेगा की सभी झोलाछाप की दुकान बंद कराई जाए. 


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ये अभियान तब तक चलता रहेगा, जब तक स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से दुरुस्त नही हो जाएगी. सभी आमजनमानस को बताया जा रहा है कि कड़ा अस्पताल पहुचे, वहां पर निशुल्क सेवा होगी. यदि साधन नही है तो 108, 102 को कॉल करे. 24 घन्टे डॉक्टर, फार्मासिस्ट और वार्डबॉय उपलब्ध रहते हैं.