कमल किशोर पिमोली/श्रीनगर गढ़वाल : आगामी चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) का लेकर प्रशासन लगातार तैयारियों में जुटा हुआ है. देवप्रयाग से लेकर श्रीनगर नये पुल तक एनएच 58 पर कई ऐसे लैंडस्लाईड स्पॉट है जो यात्रा के दौरान प्रशासन के लिए परेशानी का सबब बना रहता है. साथ ही एनएच-58 पर यात्रा के दौरान सड़क  की संख्या भी बढ़ जाती है. ऐसे में प्रशासन इन क्षेत्रों में एंबुलेंस, हाइड्रोलिक क्रेन मशीन समेत जेसीबी को राजमार्ग पर तैनात करने की योजना बना रही है, जिसके लिए ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना के निर्माण में लगी कार्यदाही संस्थाओं की बैठक कर उनसे उपकरणों की डिमांड की गई है. 


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एसडीएम कीर्तिनगर सोनिया पंत ने बताया कि यात्राकाल के दौरान किसी तरह की दुर्घटना या लैंडस्लाईड की घटना के दौरान प्रशासन द्वारा वहां जेसीबी या एंबुलेंस पहुंचाने में काफी समय लग जाता है. ऐसे में तत्काल रेस्क्यू का कार्य नहीं हो पाता है, लेकिन इस बार इन जगहों पर जेसीबी समेत हाइड्रोलिक क्रेन मशीन व एबुलेंस तैनात की जाएगी, जिससे कि राहत बचाव कार्य समय पर हो सके. 


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1 लाख से अधिक लोगों का रजिस्ट्रेशन हुआ


22 अप्रैल 2023 से चारधाम यात्रा शुरू होने वाली है. अब तक 1 लाख 25 हजार लोग यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं. चारधाम यात्रा के रूट पर ही जोशीमठ भी पड़ता है. यात्रा शुरू होने में बस दो महीने बचे हैं, लेकिन बद्रीनाथ हाईवे पर जगह-जगह गड्ढे बन जाने और जल स्त्रोत फूटने की खबरें आ रही हैं. सड़कों पर ये ताजे गड्ढे 10 फीट तक भी गहरे हैं. ऐसे में किसी भी तरह के हादसे की आशंका देखकर प्रशासन तैयारियों में जुटा है.


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