यूपी में बेलगाम रफ्तार का कहर : हरदोई और रायबरेली में सड़क हादसे ने ली 7 की जान
Road Accident in UP : मंगलवार हादसों का दिन रहा. हरदोई में एक सड़क हादसे में जहां 4 लोगों की मौत हो गई वहीं रायबरेली में रफ्तार के कहर ने तीन को मौत की नींद सुला दी. आखिर कब थमेगा रफ्तार का ये कहर
लखनऊ : मंगलवार को उत्तर प्रदेश के हरदोई में भीषण सड़क हादसे (Road Accident in UP) में एक मासूम समेत 4 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. लखनऊ रोड पर तेज रफ्तार वैगनआर कार लखनऊ से हरदोई की ओर जा रही थी, थाना कोतवाली देहात इलाके में जयपुरिया स्कूल के पास सामने से आ रहे ऑटो को वैगनआर कार ने टक्कर मार दी जिससे ऑटो में सवार एक महिला पुरुष और एक मासूम की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई. जबकि घायलों को नाम पता उपचार के लिए ट्रामा सेंटर ले जाया गया. जहां एक की मौत हो गई.
हादसा इतना भयानक था कि 100 मीटर तक वैगनआर कार और शवों के अंश सड़क पर ही घिसटते चले गए. वहीं वैगनआर कार में घायल हुए 2 लोगों को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है. मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद है. बताया जा रहा है कि ऑटो में सवार मृतक और घायल अलग-अलग गांव के रहने वाले थे और ऑटो में सवार होकर अपने घर जा रहे थे फिलहाल पुलिस मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजने के प्रयास में जुटी है.
रायबरेली : ट्रक ने बाइक सवार को रौंदा
रायबरेली में निमंत्रण से वापस लौट रहे बाइक सवार चार लोग ट्रक की चपेट में आ गए जिनमें तीन की मौत हो गई. ट्रक की चपेट में आये एक अन्य किशोर की हालत गंभीर है. किशोर को गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाया गया था जहां डॉक्टरों ने उसे लखनऊ ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया है. मामला मिल एरिया थाना इलाके का है. यहां राही गांव में चंद्रभान के घर में मांगलिक कार्यक्रम था. इसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उनकी मौसी की लड़की 15 वर्षीय हिमांशी और 18 वर्षीय नैंसी अपने भाई 8 वर्षीय आर्यन के साथ पहुंचे थे. कार्यक्रम समाप्त होने के बाद चंद्रभान तीनों को अपनी बाइक से लेकर घर छोड़ने जा रहा था.
यह भी पढ़ें: अतीक की आफत के बीच मुख्तार अंसारी को राहत, कोर्ट ने 23 साल पुराने में मामले में किया बरी
इसी दौरान रायबरेली सुल्तानपुर मार्ग के डिघिया गांव के पास एक तेज रफ्तार ट्रक ने चारों को रौंद दिया. 38 साल की चंद्रभान की मौके पर ही मौत हो गई जबकि तीन अन्य को जिला अस्पताल ले जाने पर डाक्टरों ने हिमांशी और नैंसी को मृत घोषित कर दिया जबकि आर्यन को गंभीर हालत के चलते लखनऊ रेफर कर दिया. उधर ट्रक चालक हादसे के बाद वाहन समेत फरार होना बताया जा रहा है. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है. दोनों ही मामलों में वाहनों की तेज रफ्तार हादसे की वजह बनी है. बड़ा सवाल यही है कि ट्रैफिक जागरुकता को लेकर अभियान तो बहुत चलाए जाते हैं लेकिन जब लोग ही उसका पालन नहीं करेंगे तो नतीजे कैसे सामने आएंगे.
Watch: खत्म हुआ अतीक अहमद का आतंक, उमेश पाल अपहरण केस में उम्र कैद की सजा