आगरा में बैठकर अमेरिकी नागरिकों का बैंक अकाउंट कर रहे थे खाली, ऐसे दबोचे गए
साइबर ठगों ने आगरा में बैठकर अमेरिका के अलग-अलग शहरों में ठगी कर डाली, ये बात पुलिस को पता चली तो वह भी वारदात के इस तरीके को देखकर दंग रह गई. जानिए फिर क्या हुआ
मनीष गुप्ता/आगरा : ताज नगरी में साइबर फ्रॉड के अंतरराष्ट्रीय मामले का खुलासा हुआ है. यहां कुछ लोग कॉल सेंटर बनाकर अमेरिका में फ्रॉड कर रहे थे. गिरोह के सदस्य अमरीकी नागरिकों को निशाना बनाते थे. वाइस कॉल के माध्यम से अमेरिकियों से बात करते थे. साइबर क्रिमिनल इतने माहिर हैं कि अमेरिकियों से उन्ही की भाषा में बात करते हैं.
हर महीने 30 लाख का टार्गेट
बताया जा रहा है कि अबतक करोड़ों फ्रॉड शातिर कर चुके हैं. हर महीने 30 लाख का फ्रॉड किए जाने की बात सामने आ रही है. अंतरराष्ट्रीय स्तर का फर्जीवाड़ा 2021 से चल रहा है. बिट कॉइन के माध्यम से अमेरिकियों से पैसा लेते थे.
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अमेरिकी जांच एजेंसी भी करेगी तफ्तीश
आगरा पुलिस ने USA एंबेसी को सूचना दी है. USA की जांच एजेंसी भी इस मामले की तफ्तीश से जुड़ेगी. पुलिस ने सात शातिरों को गिरफ्तार किया है. इस पूरे साइबर क्राइम का मास्टर माइंड अनुराग प्रताप रिटायर्ड अधिकारी का बेटा बताया जा रहा है. इसके पास से 6 डेक्सटॉप,3 लैपटॉप,6 हार्ड डिस्क,कई मोबाइल और उपकरण बरामद किया गया है. सिकंदरा पुलिस,स्वाट और सर्विलांस ने संयुक्त रूप से यह खुलासा किया है.
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