`मम्मी मुझे माफ कर देना,जिम जाना सबसे बड़ी गलती थी`, जिम संचालक के शोषण की शिकार युवती का सुसाइड नोट आया सामने
Agra: उसे प्यार में धोखा दिया गया है. मानसिक शोषण कर रहा था. इससे परेशान होकर ही उसने आत्मघाती कदम उठाया. सूचना पर आई पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. युवती के भाई ने सुसाइड के लिए दुष्प्रेरित करने की तहरीर दी है.
आगरा/मनीष गुप्ता: उत्तर प्रदेश के आगरा में जिम संचालक के भाई के शोषण से परेशान होकर 27 साल की युवती ने घर में फंदे पर लटककर आत्महत्या कर ली. परिजन के मुताबिक आत्महत्या से पहले बेटी ने सुसाइड नोट छोड़ा. इसमें जिम संचालक के भाई को मौत का जिम्मेदार ठहराया है. आरोपी पुलिस की हिरासत में है. ये मामला ताजनगरी आगरा के थाना सदर क्षेत्र के लाल कुर्ती का है.
मृतका के भाई ने कही ये बात
सदर निवासी युवक ने पुलिस को बताया कि सोमवार को वो बाहर गया था. घर में छोटी बहन अकेली थी. जब वह दोपहर को घर वापस लौटा तो बहन दरवाजे के ऊपर जंगले से दुपट्टे से बने फंदे पर लटकी हुई थी. उसे पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया.
सुसाइड नोट में लिखी ये बात
मृतका के सुसाइड नोट में उसने सबसे पहले मां बाप से माफी मांगी. फिर जिम जाने को अपनी सबसे बड़ी गलती बताया. सुसाइड नोट में युवती ने अपनी मौत के लिए जिम संचालक के भाई अंकित शर्मा को जिम्मेदार ठहराया है. इस नोट में उसने लिखा कि उसे प्यार में धोखा दिया गया है. मानसिक शोषण कर रहा था. इससे परेशान होकर ही उसने आत्मघाती कदम उठाया. सूचना पर आई पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. युवती के भाई ने सुसाइड के लिए दुष्प्रेरित करने की तहरीर दी है.
मुझे माफ कर देना मम्मी
परिजन ने बताया कि युवती ने सुसाइड नोट में अपना दर्द बयां किया है। उसने लिखा है कि मुझे माफ कर देना मम्मी, अब मैं जीना नहीं चाहती हूं. मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी गलती थी, जिम जाना. मुझे नहीं पता था कि बाहर कैसे लोग हैं. अंकित शर्मा से मुझे प्यार हो गया. शुरुआत में उसे मैं प्यार नहीं करती थी. उसके पास मेरा नंबर पहुंच गया. उसने मुझे मैसेज किए. सुबह-शाम आने लगा. इस पर बात करने लगी. धीर-धीरे प्यार हो गया.
हिरासत में आरोपी
पुलिस के मुताबिक तहरीर के आधार पर आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने की धारा में मुकदमा दर्ज किया है. आरोपी अंकित हिरासत में है. सबूतों के आधार आधार पर कार्रवाई की जाएगी. सुसाइड नोट को हस्तलेख मिलान के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जाएगा.