Unique Wedding: कुंवारे युवक को दिल दे बैठी 10 बच्चों की मां, गांव वालों ने धूमधाम से कराई शादी, जानिए पूरा मामला
Gorakhpur News: गोरखपुर में एक अनोखी शादी चर्चा का विषय बनी हुई है. जहां एक 10 बच्चों की मां का दिल कुंवारे युवक पर आ गया. महिला के पति का देहांत 6 साल पहले हो चुका है. गांव वालों ने दोनों की धूमधाम से शादी कराई.
विनय सिंह/गोरखपुर: गोरखपुर में एक शादी चर्चा का विषय बनी हुई है. आपको जानकर हैरानी होगी कि दुल्हन 10 बच्चों की मां बनी है और दूल्हा कुंवारा. शादी के बाद दोनों बेहद खुश नजर आ रहे हैं. वहीं 10 अनाथ बच्चों को बाप का साया मिलने के बाद उनके चेहरे पर खुशी देखी जा रही है. आस-पास के गांव में इस विवाह की खूब चर्चा हो रही है.
बड़हलगंज थाना क्षेत्र का मामला
पूरी घटना बड़हलगंज थाना क्षेत्र के दादरी गांव की है. यहां एक ऐसी अनोखी शादी हुई है, जिसमें 44 वर्षीय दुल्हन 10 बच्चों की मां है और 40 वर्षीय दूल्हा कुंवारा. महिला के पति की मौत 6 साल पहले हो चुकी है. महिला के पति से 10 बच्चे हैं. पति की मौत के बाद से ही महिला का दिल गांव के ही एक युवक पर आ गया.
5 साल है चल रहा था प्रेम-प्रसंग
5 साल से दोनों के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था. धीरे-धीरे दोनों की नजदीकियां बढ़ने लगीं और कुछ दिन बाद दोनों गांव से फरार हो गए. 1 वर्ष बाद दोनों जब गांव वापस लौटे तो गांव वालों को इसकी जानकारी हुई, दोनों को पंचायत में बुलाया गया. रजामंदी से प्रेमी युगल ने एक दूसरे से विवाह करने की बात कही. गांव के प्रधान और ग्रामीणों की मौजूदगी में गांव में स्थित मंदिर में दोनों की शादी कराई गई, शादी के बाद दोनों बेहद खुश हैं.
चर्चा का विषय बनी शादी
वहीं बेबस और बेसहारा बच्चों को बाप का साया मिलने के बाद उनके चेहरे पर भी खुशी साफ देखी जा रही है. शादी के बाद गांव के लोगों के बीच इस विवाह की खूब चर्चा है, दोनों के इस कदम की सराहना हर कोई कर रहा है. गांव वालों ने विवाह के बाद दोनों पति-पत्नी को ससम्मान परिवार सहित विदा कर दिया. बच्चों ने भी इस विवाह को स्वीकार कर लिया है बच्चे बेहद खुश नजर आ रहे हैं.
गांव में स्थित एक निजी कॉलेज के प्रबंधक और प्रधान प्रतिनिधि की पहल से यह विवाह संपन्न हुआ. दोनों विवाहित जोड़ों को स्कूल प्रबंधक ने ग्रामीणों के समक्ष कॉलेज में नौकरी देने का नियुक्ति पत्र भी दिया और संस्थान के आवासीय परिसर में उन्हें एक कमरा देकर शिफ्ट करने की घोषणा करने के बाद प्रबंधक के इस कदम की सभी सराहना कर रहे हैं.
क्या बोले ग्रामीण
गांव वालों का कहना है पिता की मौत और मां के चले जाने के बाद सभी बच्चे बेघर और बेसहारा हो गए थे. किसी तरह अपना गुजर बसर कर पेट पाल रहे थे लेकिन मां की वापसी और पिता का साया मिलने से इन बच्चों को अपना,घर, परिवार और भरण पोषण का सहारा मिल गया है. अब यह अपनी नई जिंदगी की शुरुआत कर सकेंगे.
शादी के बाद प्रेमी-प्रेमिका ने कही ये बात
दोनों पति पत्नी का कहना है कि इस विवाह के बाद हम दोनों बेहद खुश हैं. विवाह के बाद बच्चों का कहना है कि मां की वापसी और सिर पर पिता का साया मिलने के बाद हमें बहुत खुशी है. विधवा महिला के 10 बच्चों में 4 बेटियां है और 6 बेटे सबसे बड़ी बेटी 23 साल की है और सबसे छोटा बेटा 6 साल का है.