अलीगढ़ : अलीगढ़ में यूपी पुलिस की कार्रवाई का अनोखा करतूत सामने आया है. यहां पुलिस ने आनन-फानन में लूट का खुलासा करते हुए जेल में बंद एक गैंगस्‍टर को ही आरोपी बनाकर जेल भेज दिया. अब जब गैंगस्‍टर की पत्नी ने न्यायालय में गुहार लगाई तो पूरा मामला सामने आया. सीजेएम कोर्ट ने एसआई समेत 10 पुलिसकर्मियों के खिलाफ FIR दर्ज करने का आदेश दिया है. 


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लूट और हत्‍या के आरोप में पहले से ही जेल में बंद था 
दरअसल, यह पूरा मामला साल 2021 का है. दादों थाना क्षेत्र में 24 जनवरी 2021 को क्षेत्र में एक कपड़े की फेरी लगाने वाले युवक से लूटपाट के बाद चाकुओं से गोदकर हत्‍या कर दी गई थी. आनन-फानन में पुलिस ने घटना का खुलासा कर दिया. इसमें कई आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन पुलिस ने हत्या के जुर्म में जिस व्यक्ति को जुलाई 2021 में जेल भेजा, वह लूट और हत्या की घटना वाले दिन जेल में ही था. 


यह है पूरा मामला
अलीगढ़ के महुआखेड़ा क्षेत्र के गांव याकूतपुर निवासी मंजू देवी ने सीजेएम न्यायालय में अर्जी लगाई थी. इसमें उन्होंने बताया कि 24 जनवरी 2021 को कपड़े की फेरी लगाने वाले युवक नरेंद्र की लूट के बाद हत्या की गई थी. पुलिस ने इस मामले में उसके पति भगवती उर्फ कालीचरण को आरोपी बनाकर जेल भेज दिया. जबकि उसका पति कालीचरन 2020 के गैंगस्टर एक्ट के एक मुकदमे में 13 अक्टूबर 2020 से 27 जनवरी 2021 तक जेल में था. उसकी रिहाई 27 जनवरी 2021 को हुई. ऐसे में वह 24 जनवरी की घटना में उसे झूठा फंसाया गया है. 


साक्ष्‍यों के आधार पर कोर्ट ने दिया आदेश  
सारे साक्ष्यों को परखने के बाद न्यायालय ने मामले को सही पाया है और पुलिसकर्मियों को दोषी मानते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने को कहा है. इस मामले में तत्कालीन दादों एसओ और वर्तमान जिला एटा के जैथरा में बतौर एसआई पर तैनात अजब सिंह, एसआई राकेश कुमार, हरेंद्र सिंह, प्रमोद कुमार राठौर, सिपाही मनीष, शिवम यादव, संतोष कुमार, अरुण, नितिन व मनोज पर कार्रवाई की जाएगी. 


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