अलीगढ़: रामचंद्र कह गए सिया से, ऐसा कलयुग आएगा. हंस चुगेगा दाना तिनका कौवा मोती खाएगा...ये लाइनें उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में हुई इस घटना पर बिल्कुल सटीक बैठती है. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि मिड डे मील में गरीब बच्चों को मिलने वाला दूध, बच्चों की बजाए कुत्ते को पिलाया गया. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. जिसके बाद जिला प्रशासन ने इस वीडियो का संज्ञान लिया है. आइए आपको बताते हैं पूरा मामला क्या है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अतरौली के कंपोजिट मॉडल स्कूल का मामला
दरअसल, यह पूरा मामला अलीगढ़ के अतरौली इलाके का है. जहां कंपोजिट मॉडल स्कूल अहमदपुरा खंड के कैंपस में बेहद चौंकाने वाली तस्वीर देखने को मिली. जहां बच्चों के हक का दूध कुत्ता पीता नजर आया. वहीं, दूसरी तरफ देश का भविष्य माने जाने वाले मासूम बच्चों को महज खिचड़ी से ही संतोष करना पड़ा. हालांकि, किसी मूक प्राणी की सेवा करना कोई गलत बात नहीं हैं, लेकिन बच्चों के हक का दूध जानवर को पिलाना कहां तक जायज है.


वायरल वीडियो में आ रहा नजर
आपको बता दें कि कुत्ते द्वारा दूध पीने का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कुत्ता पहले बच्चों को दिया जाने वाला मिड डे मील का दूध पीता है. इसके बाद वह बच्चों के क्लास रूम में जाकर शिक्षक की टेबल के नीचे बड़े आराम से बैठ जाता है. मानो अपने मालिक की शरण में आ गया हो.


खुशखबरी! गोरखपुर में खुलेगा NCC का ट्रेनिंग सेंटर, CM Yogi ने जमीन तलाशने का दिया निर्देश


मिड डे मील के तहत हर दिन होता है अलग मैन्यू
आपको बता दें कि राज्य सरकार द्वारा मिड डे मील के तहत बच्चों के लिए हर दिन का अलग-अलग मैन्यू डिसाइड किया गया है, जिसके तहत उन्हें मध्यान्ह भोजन दिया जाता है. वहीं, इस मामले के सामने आने के बाद ऐसा कहा जा रहा है कि निर्देशों का पालन न करते हुए मैन्यू के विपरीत बच्चों को महज तहरी ही दी जाती है. जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों का यह रवैया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों को पलीता लगाता नजर आ रहा है.


वायरल वीडियो को लेकर बीएसए ने दी जानकारी
आपको बता दें कि वीडियो वायरल होने के बाद उच्च अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लिया है. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अलीगढ़ सत्येंद्र कुमार ढाका ने बताया कि सरकारी स्कूल में दूध पिलाने वाले टीचर को सस्पेंड कर दिया गया है. अगर कुत्ता टीचर का पालतू भी है तो बच्चों के बीच में इस तरह कुत्ते का घूमना खतरनाक भी साबित हो सकता है. हालांकि, अब देखना ये है कि टीचर को सस्पेंड करीना महज रस्म अदायगी बनकर रह जाएगी या मासूम बच्चों को उनके हक का संपूर्ण आहार मिल पाएगा?


WATCH LIVE TV