लखनऊ: गाजियाबाद में 31 जनवरी को एक युवक द्वारा पंखे से लटककर खुदकुशी करने की कोशिश का इंस्टाग्राम पर सीधा प्रसारण किया गया. मेटा ने तत्‍काल इसकी सूचना गाजियाबाद पुलिस को दी. गाजियाबाद पुलिस और मेटा की सूझबूझ से युवक की जान बच गई थी. इस मामले के हफ्तेभर बाद एक बार फिर से मेटा ने एक छात्रा की जान बचाई है.


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अंबेडकर नगर की छात्रा इंस्‍टाग्राम पर लाइव होकर करने जा रही थी सुसाइड 
दरअसल, यूपी के अंबेडकरनगर जिले के एक कॉलेज छात्रा ने शुक्रवार रात को इंस्‍टाग्राम पोस्‍ट के जरिए आत्‍महत्‍या की इच्‍छा जताई थी. साथ ही उन गोलियों की भी तस्‍वीरें साझा कीं, जो वह खाने जा रही थी. इस पर मेटा मुख्‍यालय ने रात करीब साढे 11 बजे पुलिस को अलर्ट भेजा. पुलिस मुख्‍यालय ने तुरंत उस छात्रा के स्‍थान का पता लगाया और अंबेडकर नगर पुलिस को इसकी सूचना दी. 15 मिनट में वहां पुलिस पहुंच गई और छात्रा की जान बचा ली.   


सप्‍ताह भर में दूसरी बार मेटा ने भेजा अलर्ट 
सप्‍ताह भर में मेटा ने यूपी पुलिस को अलर्ट भेज दो लोगों की जान बचाई है. अपर पुलिस अधीक्षक (एटीएस) और उत्तर प्रदेश पुलिस के सोशल मीडिया सेंटर के प्रभारी राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि फेसबुक की मूल कंपनी मेटा और उत्तर प्रदेश पुलिस के बीच हुए एक समझौते से सप्ताहभर से भी कम समय में प्रदेश में दो लोगों की जिंदगी बचाने में मदद मिली है. दोनों ही मामलों में इंस्टाग्राम मंच ही उनका जीवन बचाने में मददगार बना.


अब तक 10 लोगों की जान बचाई गई
उन्‍होंने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस और मेटा के बीच मार्च, 2022 से प्रभावी समझौते के तहत यदि कोई व्यक्ति फेसबुक या इंस्टाग्राम पर खुदकुशी से जुड़ी कोई पोस्ट साझा करता है तो मेटा मुख्यालय फोन और ईमेल से पुलिस मुख्यालय के सोशल मीडिया सेंटर को तत्काल एक संदेश भेजता है. उन्होंने कहा कि इस समझौते से अभी तक 10 से अधिक जानें बचाई जा चुकी हैं.


कारोबार से परेशान होकर जा रहा था आत्‍महत्‍या करने 
इससे पहले गाजियाबाद की घटना में सोशल माडिया सेंटर से संदेश मिलने के बाद विजय नगर थाने की निरीक्षक अनिता चौहान 13 मिनट में घटनास्थल पर पहुंचीं और व्यक्ति को आत्महत्या करने से रोकने में सफल रहीं. वह व्यक्ति अपने कारोबार में घाटे की वजह से अवसाद में था. 


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