Amethi News: अमेठी का संजय गांधी अस्पताल बना सियासी अखाड़ा, कांग्रेस के आरोपों पर डिप्टी सीएम ने दिया करारा जवाब
Amethi News: यूपी के अमेठी का संजय गांधी अस्पताल सियासी अखाड़ा बन गया है. प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कांग्रेस के आरोपों का करारा जवाब दिया है. आइए आपको बताते हैं डिप्टी सीएम ने क्या कहा.
अमेठी: उत्तर प्रदेश के हाईप्रोफाइल जिले अमेठी के संजय गांधी अस्पताल में 22 साल की दिव्या शुक्ला की बेहोशी का इंजेक्शन दिए जाने के दौरान मौत का मामला सियासी अखाड़े में तब्दील हो गया है. अस्पताल का लाइसेंस निरस्त होने पर कांग्रेस ने जो सवाल उठाए थे, उसका उप मुख्यमंत्री बृजेशा पाठक ने करारा जवाब दिया है.
उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक का बयान
अमेठी के संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस निरस्त करने के मामले में उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक का बयान सामने आया है. डीप्टी सीएम ने कहा संजय गांधी अस्पताल की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. पूरी घटना की स्थानीय स्तर पर कमेटी ने जांच की है. कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर ही अस्पताल का लाइसेंस निरस्त किया गया. सरकार इस बात को लेकर बेहद गंभीर है कि प्रदेश की जनता को सुचारू रूप से स्वास्थ्य सेवाएं मिलें. लापरवाही की दशा में विधिक कार्रवाई की जाएगी.
यूपी के अमेठी के मुंशीगंज में गांधी परिवार द्वारा स्थापित संजय गांधी अस्पताल में विवाहिता दिव्या शुक्ला की मौत का मामला गरमाया हुआ है. दिव्या की मृत्यु के बाद यह मामला काफी हाई प्रोफाइल हो गया. उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने इस मामले का संज्ञान लिया और तत्काल जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अंशुमान सिंह को कार्रवाई करने के लिए कहा. सीएमओ ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन कर दिया है.
अस्पताल का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया
जांच कमेटी ने संजय गांधी अस्पताल पहुंचकर जांच की और अपनी रिपोर्ट सीएमओ को सौंप दी. इसके बाद सीएमओ ने संजय गांधी अस्पताल प्रशासन को कारण बताओं नोटिस देते हुए स्पष्टीकरण देने के लिए 3 महीने का समय दिया. इसके बाद 24 घंटे के अंदर संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस निरस्त करते हुए ओपीडी और अन्य सेवाएं बंद कर दी. मामला दो राष्ट्रीय पार्टियों के बीच का होने के चलते तूल पकड़ने लगा है.
1986 से चल रहा है अस्पताल
जानकारी के मुताबिक यह अस्पताल साल 1986 से लगातार अमेठी में अपनी सेवाएं दे रहा है. अमेठी जिले का यह इकलौता 350 बेड का अस्पताल है. यहां पर लगभग 400 कर्मचारी काम करते हैं. इसके साथ ही यहां पर एएनएम और जीएनएम जैसे कोर्स भी संचालित किए जाते हैं, जिसमें 1200 छात्र-छात्राएं पढ़ रहे हैं. यह अस्पताल बंद होने से एक बार फिर से अमेठी की राजनीति में गरमाहट आ गई है. लगातार यहां दिल्ली से बड़े नेताओं का पहुंचना जारी है.
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कांग्रेस पार्टी के चाणक्य कहे जाने वाले किशोरी लाल शर्मा गुरुवार को गौरीगंज स्थित कांग्रेस पार्टी के कार्यालय पहुंचे. यहां उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की. मीटिंग के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि संजय गांधी अस्पताल वर्षों से लोगों की सेवा कर रहा है, उसे बंद करने का तरीका गलत है. किसी व्यक्ति की गलती का दंड उस व्यक्ति को मिलना चाहिए न की संस्था को. आपने अस्पताल में ताला लगा दिया तो ऐसे में जनता का नुकसान हो रहा है. इस अस्पताल में सभी लोग आते हैं. आसपास के चार-पांच जिलों में इस स्तर का अस्पताल नहीं है.
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