धनंजय भदौरिया/एटा: उत्तर प्रदेश के एटा जिले के सकीट ब्लॉक के हैदलपुर गांव के निवासी 68 साल के रामगोपाल दीक्षित ने अपने गांव को एक आदर्श गांव बनाने के लिए शासन-प्रशासन का सहयोग तो मांगा ही है. खुद करोड़ों रुपये खर्च कर गांव को आदर्श बनाने का प्रयास किया है. पहले भी उन्होंने अपने रुपयों से गांव के खड़ंजे, बारात घर और शमशान घाट बनवाया है. अब वह अपने गांव में एक बड़ा अमृत सरोवर बनवाने में लगे हैं. इसके लिए उन्होंने सरकार को अपनी तीन बीघा जमीन भी दान कर दी है और इस सरोवर के सौंदर्यीकरण में भी वह लगभग 85 लाख रुपये अपने पास से लगाने जा रहे हैं.


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 तीन बीघा जमीन कर दी दान
एटा जिला प्रशासन ने तो दो बीघा जमीन में ही अमृत सरोवर बनाने की तैयारी की थी, लेकिन रामगोपाल दीक्षित ने न केवल अपनी तीन बीघा जमीन समर्पित कर दी, बल्कि सुविधाओं और सुंदरीकरण पर लगभग 85 लाख रुपये खर्च करने का भी निश्चय कर लिया. उनके इस काम की गांव का हर व्यक्ति सराहना कर रहा है. 


सरोवर को मिसाल बनाने में जुटे रामगोपाल
उत्तर प्रदेश के एटा जिले में सकीट विकास खंड क्षेत्र के गांव हैदलपुर में रामगोपाल एक संपन्न किसान हैं. उनके पास अच्छी-खासी कृषि भूमि है. उन्होंने नोएडा में जाकर प्लास्टिक का कारोबार किया. संपन्नता के साथ ही रामगोपाल का चार बेटों का भरा-पूरा परिवार है. पूरा परिवार नोएडा में ही रहता है, लेकिन रामगोपाल समय-समय पर गांव आ जाते हैं.


वर्षा के बर्बाद होते जल के संयोजन से लेकर उसके संरक्षण के लिए गांव में अमृत सरोवर बनाने की सरकारी योजना की जानकारी हुई तो सक्रिय हो गए. रामगोपाल इस सरोवर को एक मिसाल बनाने में जुट गए हैं. रामगोपाल लखनऊ जाकर उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा से मिले जिसके आधार पर शासन ने भी रामगोपाल के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.


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इन कार्यों पर खर्च करेंगे 85 लाख
वह बताते हैं कि यहां पर एक भव्य प्रवेश द्वार बनवाएंगे. हरियाली के साथ ही फल-फूल वाले पौधे रोपे जाएंगे. टहलने के लिए चारों ओर पाथ-वे, बच्चों के लिए झूले लगवाएंगे. लाइटिंग ऐसी होगी कि शाम होते ही सरोवर रोशनी से नहा जाएगा. एक अनुमान के अनुसार इस संपूर्ण व्यवस्था पर करीब 85 लाख रुपये का खर्च आएगा. यह रामगोपाल खुद वहन करेंगे. सरोवर में पानी की व्यवस्था के बारे में रामगोपाल बताते हैं कि यहां से करीब डेढ़ किमी दूर रजबहा है.  प्रयास रहेगा कि वहां से यहां तक पाइप लाइन बिछा दें. 


अमृत सरोवर को रमणीक बनाने की है इच्छा
रामगोपाल की इच्छा है कि गांव का अमृत सरोवर इतना रमणीक बने कि दूर से लोग उसे देखने आए. उन्होंने कहा कि सक्षम लोगों को सहयोग करना चाहिए. रामगोपाल दीक्षित ने बताया कि यह चार दशक पहले की बात है, जब वे नोएडा गए थे और एक प्लास्टिक का उत्पाद बनाने वाली फैक्ट्री में काम किया था. उसके बाद उन्होंने अपनी फैक्ट्री डाली और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा. आज वे भले ही अपने परिवार के साथ नोएडा में रहते हैं, लेकिन अपने गांव से उनका वही पुराना रिश्ता है. वह चाहते हैं कि उनका गांव खुशहाल बने.


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