मो. गुफरान/प्रयागराज: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरी मौत मामले (Narendra Giri Death Case) के आरोपी स्वामी आनंद गिरी (Anand Giri) की जेल ट्रांसफर हो गई है. आनंद गिरी को प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल (Naini Central Jail) से चित्रकूट जिला जेल (Chitrakoot Jail) ट्रांसफर कर दिया गया है. आनंद गिरी को भारी सुरक्षा व्यवस्था के साथ चित्रकूट की जिला जेल में शिफ्ट भी कर दिया गया है. माना जा रहा है कि दो दिनों पहले आनंद गिरी के अधिवक्ताओं और डिप्टी जेलर के बीच हुए विवाद के चलते ही ऐसा किया गया है.  


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दरअसल, आनंद गिरी के अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया था कि उनकी जान को नैनी जेल में खतरा है. नैनी जेल के अधिकारियों की शह पर आनंद गिरी के उत्पीड़न का भी आरोप लगाया था. जेल के भीतर डिप्टी जेलर से हुई नोकझोंक की शिकायत आनंद गिरी के अधिवक्ताओं ने प्रमुख सचिव गृह से लेकर जिले के आला अधिकारियों से भी की थी. 


आनंद गिरी के अधिवक्ता ने जेल प्रशासन पर लगाए आरोप 
आनंद गिरी को चित्रकूट जेल भेजे जाने को लेकर उनके अधिवक्ताओं ने जेल अधिकारियों की मंशा पर सवाल खड़ा किया है. उनके अधिवक्ता विजय द्विवेदी ने कहा है कि पहले भी उनका जेल में उत्पीड़न किया जा रहा था. तीन दिन पहले भी जब वह आनंद गिरी से मुलाकात के लिए जेल पहुंचे थे, तो उनके सामने भी डिप्टी जेलर ने बदसलूकी की. उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी थी.  मामले की शिकायत आला अधिकारियों से भी की गई, लेकिन उस डिप्टी जेलर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई. बल्कि पीड़ित  को ही दूसरी जेल भेज दिया गया. आनंद गिरि के अधिवक्ता विजय द्विवेदी ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी जान को खतरा है. एक बड़ा रैकेट उनके खिलाफ काम कर रहा है. जेल प्रशासन की यह कार्रवाई एकतरफा है. 


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चित्रकूट जेल में बैरक के बाहर तैनात हैं दो सुरक्षाकर्मी
गौरतलब है कि पिछले 11 महीने से स्वामी आनंद गिरी नैनी सेंट्रल जेल में बंद थे. लेकिन जेल के भीतर पिछले दिनों हुए विवाद के बाद शुक्रवार को आनंद गिरी को नैनी सेंट्रल जेल से चित्रकूट की जेल ट्रांसफर कर दिया गया है. चित्रकूट जेल में आनंद गिरी की बैरक के बाहर दो सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. साथ ही सीसीटीवी कैमरे से भी उनके बैरक की निगरानी की जा रही है. 


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