मोहित गोमत/बुलंदशहर : बुलंदशहर के गुलावठी के बराल गांव में करीब डेढ़ सौ साल पुराने पांच मंदिरों की मूर्तियां खंडित करने का मामला सामने आया है. घटना के बाद आसपास के ग्रामीणों में रोष फैल गया. मौके पर बड़ी संख्‍या में भाजपा और हिन्‍दू संगठन के कार्यकर्ता भी पहुंच गए. हालांकि पुलिस जांच में जुट गई है कि आखिर माहौल बिगाड़ने की कोशिश किसने की. उसकी तलाश की जा रही है. 


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तनावपूर्ण स्थिति को काबू किया 
वहीं, धार्मिक भावनाएं न भड़के इसको देखते हुए गांव में भारी पुलिस फोर्स को तैनात कर दिया गया. सूचना पर एडीएम और एसपी भी मौके पर पहुंच गए और तनावपूर्ण स्थिति को काबू में किया. आरोप है कि बीती रात कुछ असामाजिक तत्‍वों ने माहौल बिगाड़ने के इरादे से ऐसा कृत्‍य किया है. 


इन मंदिरों में की गई तोड़फोड़ 
जानकारी के मुताबिक, बीती रात अज्ञात अराजकतत्‍वों द्वारा शिव, शनि और देवी मंदिरों में तोड़फोड़ की गई. गांव वालों ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया है. वहीं, बुलंदशहर के एसपी का कहना है कि ऐसा कृत्‍य करने वाले समाज के साथ ही पुलिस का भी दोषी है. जितनी आपकी भावनाएं आहत हुई हैं, उतनी ही हमारी भावनाएं आहत हुई हैं. 


कहीं साजिश का हिस्‍सा तो नहीं 
एसपी बुलंदशहर ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्‍त कार्रवाई की जाएगी. पुलिस की ओर से एफआईआर दर्ज कर ली गई है. अगर किसी ने साजिश के तहत किया है तो भी उसको बख्‍शा नहीं जाएगा. गांव वालों का भी यही कहना है कि एक साथ पांच मंदिरों में तोड़फोड़ करना साजिश का हिस्‍सा हो सकता है. 


राजूदास ने बोले, दंगा भड़काने की साजिश
बुलंदशहर में मंदिरों पर हुए हमले को लेकर अयोध्या हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास का बयान सामने आया है. महंत राजू दास ने कहा कि समाज में द्वेष और दंगा भड़काने की साजिश करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए और इस घटना की जांच हो. 


कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो : कारी इशहाक गोरा
बुलंदशहर में 5 मंदिर में तोड़फोड़ की घटना पर जमीयत दावतुल मुस्लिमीन के संरक्षक व प्रसिद्ध आलिम कारी इशहाक गोरा का कहना है कि इस मुल्क की पहचान धर्म का सम्मान और धर्म से जुड़ी हुई चीजों का सम्मान करने से है. बुलंदशहर की जो घटना हुई है ऐसे लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए. 




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