Ankita Bhandari Chat:अंकिता भंडारी का व्हाट्सएप चैट LEAK, हत्यारोपी की गंदी हरकतों के बारे में दोस्त को बताया था
Ankita Bhandari Whatsapp Chat: `अंकिता भंडारी अपने दोस्त को बता रही है कि ` उसने मुझे किस करने की कोशिश की. उसने सोचा कि मैं बहुत भोली हूं कुछ नहीं करूंगी. मैंने उसको ढंग से सुना दिया...`
Ankita Bhandari Whatsapp Chat: अंकिता भंडारी हत्याकांड में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. अंकिता भंडारी का व्हाट्सएप चैट सामने आए हैं. जिसमें अंकिता कथित तौर पर अपने दोस्त को पुलकित आर्य की गंदी हरकतों को बता रही है. अंकिता भंडारी अपने दोस्त को बता रही है कि ' उसने मुझे किस करने की कोशिश की. उसने सोचा कि मैं बहुत भोली हूं कुछ नहीं करूंगी. मैंने उसको ढंग से सुना दिया...' बता दें कि आरोपी ने पुलिस को बताया कि अंकिता और पुलकित के बीच विवाद हुआ था. अंकिता हमें अपने साथियों के बीच बदनाम करती थी. हमारी बातें अपने साथियों को बताती थी कि हम उसे कस्टमर से संबंध बनाने के लिए कहते हैं. इस दौरान विवाद बढ़ने पर उसे नहर में धक्का दे दिया'.
क्यों की गई अंकिता भंडारी की हत्या..?
पुलिस के मुताबिक, 18 सितंबर की शाम को पुलकित और अंकिता का रिजॉर्ट में झगड़ा हुआ था. तब पुलकित ने अंकित और सौरभ से कहा कि अंकिता गुस्से में है, इसे लेकर ऋषिकेश चलते हैं. इसके बाद एक बाइक और एक स्कूटी से चारों लोग ऋषिकेश के लिए निकले. चारों AIIMS ऋषिकेश पहुंचे और वहां से लौट आए. वापसी में बैराज चौकी से करीब डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर चीला रोड पर नहर के किनारे पुलकित और अंकिता अंधेरे में एक जगह पर रुके थे. वहीं रुककर चारों ने मोमोज खाए और तीनों लड़कों ने शराब पी. इस दौरान अंकिता और पुलकित के बीच फिर विवाद होने लगा.
आरोपियों ने अंकिता को नहर में धक्का दे दिया
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि, अंकिता हमें अपने साथियों के बीच बदनाम करती थी.हमारी बातें अपने साथियों को बताती थी कि हम उसे कस्टमर से संबंध बनाने के लिए कहते हैं. अंकिता कहने लगी कि वह रिजॉर्ट की हकीकत सबको बता देगी और उसने पुलकित का मोबाइल नहर में फेंक दिया. इसके बाद अंकिता की आरोपियों से हाथापाई होने लगी और आरोपियों ने उसे नहर में धक्का दे दिया.
CCTV फुटेज से पता चला कि अंकिता तीनों के साथ गई, लेकिन लौटी नहीं
पुलकित के बाद पुलिस ने रिसॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ की. उन्होंने बताया कि ऋषिकेश जाते समय अंकिता इन लोगों के साथ थी, लेकिन वह इनके साथ लौटकर नहीं आई.इसके बाद पुलिस ने ऋषिकेश के रास्ते पर लगे हुए तमाम CCTV कैमरों के फुटेज चेक किए. इनसे यह बात साबित हुई कि रिसॉर्ट से जाते समय कुल चार लोग थे, लेकिन वापस तीन ही लौटे.पुलकित की कहानी झूठ निकलते ही पुलिस का शक गहरा गया और उससे सख्ती से पूछताछ शुरू हुई. इस केस में पुलकित के दो साथी अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता और सौरभ भास्कर भी अरेस्ट हुए हैं. पुलिस ने शुक्रवार को पुलकित, अंकित और सौरभ को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से तीनों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
बीजेपी विधायक रेनू बिष्ट की गाड़ी पर पथराव
ऋषिकेश में अंकिता भंडारी की हत्या की खबर से पूरे शहर में हड़कंप मच गया है. इस मामले में एम्स ऋषिकेश के बाहर लोग भारी संख्या में विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे हैं.यमकेश्वर विधायिका रेनू बिष्ट जब ऋषिकेश एम्स पोस्टमार्टम के बारे में जानकारी लेने के लिए ऋषिकेश एम्स पहुंची. उन्होंने मृतका अंकिता भंडारी के परिजनों से मुलाकात की. उन्हें हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया. इस बीच वहां मौजूद लोगों में आक्रोश उत्पन्न हो गया. उन्होंने रेनू बिष्ट के गाड़ी पर पथराव शुरू कर दिया. इसके बाद पुलिस सुरक्षा के बीच रेनू बिष्ट को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया.
विनोद आर्य भाजपा से बाहर
आरोपी पुलकित आर्य के भाई अंकित की पिछड़ा आयोग से छुट्टी कर दी गई है. अंकित आर्य पिछड़ा वर्ग आयोग का उपाध्यक्ष था. दूसरी तरफ गुस्साए लोगों ने आरोपी पुलकित आर्य की फैक्टी में आग लगा दी. जोकि वनंत्रा रिजॉर्ट के पीछे बनी थी. साथ ही भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व राज्य मंत्री विनोद आर्य और अंकित आर्य को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है.
वनंत्रा रिजॉर्ट से सात पहले भी गायब हुई थी एक लड़की
एक स्थानीय निवासी ने बताया कि करीब 7-8 साल पहले भी वनंत्रा रिजॉर्ट से एक कर्मचारी प्रियंका गायब हुई थी. रिजॉर्ट संचालक ने बताया कि था कि युवती रिजॉर्ट से सामान और पैसे लेकर भाग गई है. युवती का कोई अता पता नहीं चला. एसडीएम ने बताया कि मामले की जांच की जाएगी.
कौन है पुलकित आर्य..?
पूरे मामले में पुलकित का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है, क्योंकि अंकिता का उसी से विवाद हुआ था. पुलकित बीजेपी नेता विनोद आर्य का बेटा है. विनोद राज्य मंत्री रहे हैं. बीजेपी ओबीसी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और यूपी के सह-प्रभारी रहे हैं. विनोद आर्य का बड़ा बेटा अंकित आर्य दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री रह चुका है.पुलकित आर्या उस समय विवादों आया था जब मई 2020 में जब पूरे देश में कोरोना की वजह से लॉकडाउन लग गया था. उस समय वह कोविड नियमों को धता बताते हुए बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर हेलंग से लगे उर्गम गांव पहुंच गया. यहां ग्रामीणों ने उसका विरोध किया. हालांकि उसने यहां भी पत्रकारों और ग्रामीणों के साथ अभद्रता की थी. इसी दौरान वह यूपी के विवादित नेता अमरमणि त्रिपाठी के साथ उत्तरकाशी में प्रतिबंधित क्षेत्र में चले गया था.
पौड़ी के एएसपी शेखर चन्द्र सुयाल के मुताबिक, ऋषिकेश-चिल्ला मोटर मार्ग पर गंगा भोगपुर क्षेत्र में पुलकित आर्य का एक रिजॉर्ट है. इसी रिजॉर्ट में अंकिता भंडारी रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थी. आरोपी पुलकित आर्य का वनंतरा रिजॉर्ट पौड़ी गढ़वाल जिले के ऋषिकेश ब्लॉक यमकेश्वर स्थित गंगा भोगपुर तल्ला इलाके में ऑर्फनिज रोड पर स्थित है. इस मामले के दौरान एक और बात सामने आई है कि रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य का रवैया कस्टमर्स के साथ भी सही नहीं था. सोशल मीडिया पर शेयर की गई पोस्ट से पता चला है कि वह अपने रिजॉर्ट को 5 स्टार रिव्यू देने के लिए कस्टमर्स को मजबूर करता था.
उत्तराखंड के रिजॉर्ट में अनैतिक कार्य
पर्यटन नगरी होने के कारण ऋषिकेश और आसपास के क्षेत्र में होटलों और कैंप में दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, हिमाचल आदि राज्यों से पर्यटक घूमने के लिए आते हैं. शौकीन पर्यटकों को यहां स्पा सर्विस भी दी जाती है.स्पा सर्विस की आड़ में कई होटलों और कैंप में अनैतिक कार्य होते हैं.इसके लिए कई बार युवतियों को काम के बहाने फंसाकर लाया जाता है. एएसपी शेखर सुयाल ने बताया कि एक टीम गठित कर सभी होटलों और कैंपों की नियमित जांच की जाएगी. अगर कहीं कोई अनैतिक कार्य पाया जाता है तो होटल और कैंप स्वामी पर कार्रवाई की जाएगी.वहीं, स्थानीय लोगों ने बताया यहां होटल और रिजॉर्ट में राजस्व पुलिस सत्यापन अभियान नहीं चलाती है. क्षेत्र में अधिकांश होटल और रिजॉर्ट बाहरी राज्यों के लोगों के द्वारा संचालित किए जा रहे हैं. ऐसे में होटलों और रिजॉर्ट में आपराधिक घटनाओं की आशंका बनी रहती थी.
सभी जिलों के इस तरह के रिसोर्ट और गेस्ट हाउस की पड़ताल के निर्देश
अंकिता हत्याकांड की विवेचना के लिए एसआईटी गठित की गई है.
डीआईजी कानून व्यवस्था, एसपी रेखा यादव और एएसपी शेखर सुयाल को शामिल कर एसआईटी बनाई गई है.
इन्हीं अधिकारियों की निगरानी में मुकदमे की पूरी विवेचना होगी.
डीजीपी ने सभी जिलों के इस तरह के रिजॉर्ट और गेस्ट हाउस की पड़ताल करने के निर्देश दिए हैं.
एलआईयूऔर क्षेत्र के इंस्पेक्टर के साथ मिलकर टीम बनाकर जांच की जाएगी.
इन रिजॉर्ट और गेस्ट हाउस की महिला स्टाफ से भी बातचीत की जाएगी.
पूरे मामले में डीजीपी ने एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट मांगी है.
उत्तराखंड में रेवेन्यू पुलिस का दायरा होगा कम
अंकिता हत्याकांड के बाद धामी सरकार बड़ा फैसला ले सकती है. रेवेन्यू पुलिस के कुछ क्षेत्रों को रेगुलर पुलिस को सौंपे जाने की तैयारी शुरू हो गई है. बहुत ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर अभी भी रेवेन्यू पुलिस ही काम कर रही है, लेकिन अक्सर रेवेन्यू पुलिस के क्षेत्रों में कानून व्यवस्था से जुड़े विषयों पर सवाल उठते रहते हैं. इस घटना के पूर्व में भी रेवेन्यू पुलिस के क्षेत्रों को रेगुलर पुलिस को सौंपे जाने का विषय उठता रहा है. उत्तराखंड में दोहरी पुलिस व्यवस्था को खत्म करने का मुद्दा लंबे समय से उठ रहा है.
उत्तराखंड SDRF ने शनिवार की सुबह अंकिता भंडारी का शव ऋषिकेश की चीला नहर से बरामद कर लिया है. SDRF के प्रवक्ता ने अंकिता भंडारी के शव को चिला नहर से बरामद किए जाने की पुष्टि की है. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मामले की जांच एसआईटी को सौंप दी है.