Prayagraj: अतीक अहमद को लेकर साबरमती जेल के लिए रवाना हुआ काफिला, जानिए कब तक पहुंचेगा?
UP News: एमपी-एमएलए कोर्ट ने मामले में फैसला सुनाते हुए अतीक अहमद को आजीवन कारावास और अशरफ को बरी कर दिया. अतीक अहमद को साबरमती जेल के लिए रवाना कर दिया गया है.
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के माफिया अतीक अहमद को गुजरात की साबरमती जेल से प्रयागराज की नैनी जेल में शिफ्ट कर दिया गया है. वहीं, अतीक के भाई अशरफ को उमेश पाल के अपहरण मामले में सुनवाई के लिए बरेली से नैनी जेल में लाया गया था. कल एमपी-एमएलए कोर्ट ने मामले में फैसला सुनाते हुए अतीक अहमद को आजीवन कारावास और अशरफ को बरी कर दिया. इसके बाद अशरफ को वापस बरेली जेल भेज दिया गया है. वहीं, अतीक अहमद को साबरमती जेल के लिए रवाना कर दिया गया है.
यूपी में माफिया अतीक अहमद का सफर हुआ खत्म
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में माफिया अतीक अहमद का सफर खत्म हुआ. जानकारी के मुताबिक सुबह 3: 50 बजे अतीक अहमद का काफिला झांसी पहुंचा. काफिला झांसी से सीधा मध्यप्रदेश के लिए रवाना हो गया है, जिसके बाद आज रात 9 बजे तक साबरमती जेल में पुलिस अतीक अहमद को लेकर पहुंचेगी. बता दें कि यूपी पुलिस का ये काफिला प्रयागराज स्थित नैनी जेल से अतीक अहमद को लेकर साबरमती के लिए निकला.
अतीक अहमद का काफिला 3:05 पर झांसी के रक्सा टोल प्लाजा से मध्य प्रदेश की सीमा में प्रवेश कर चुका है. उससे पहले अतीक को चित्रकूट पुलिस लाइन में भोजन कराया गया.
दरअसल, अतीक अहमद को साबरमती जेल ले जा रहा पुलिस का काफिला, चित्रकूट पुलिस लाइन में लगभग 15 मिनट रुका रहा. इस दौरान वाहनों में ईंधन भरा गया. इस दौरान पुलिसकर्मियों और अतीक ने खाने के बाद काफिला भरतकूप क्षेत्र से होते हुए बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पहुंच गया.
अतीक समेत 3 दोषी
आपको बता दें कि उमेश पाल अपहरण कांड में अतीक अहमद को 43 साल में पहली बार सजा हुई है. अतीक को 17 साल पुराने अपहरण कांड में सजा मिली है. मामले में अतीक समेत 3 लोगों को उम्रकैद की सजा हुई है. वहीं, उमेश पाल केस में अतीक अहमद को सश्रम आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. इसके अलावा एक-एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है.
अशरफ को सता रहा एनकाउंटर का डर
आपको बता दें कि प्रयागराज कोर्ट से अशरफ को भी सुरक्षित बरेली जिला जेल पहुंचा दिया गया है. अशरफ का आरोप है कि एक बड़े पुलिस अधिकारी ने उसे जान से मारने की धमकी दी है. किसी न किसी बहाने उसे जेल से निकालने के बाद एनकाउंटर कर दिया जाएगा. दरअसल, अशरफ को अभी भी अपनी जान का डर सता रहा है. अशरफ को डर है कि एनकाउंटर के नाम पर उसकी हत्या कभी भी की जा सकती है.