बरेली: प्रयागराज में शनिवार की रात माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस उन्हें अस्पताल ले जा रही थी, तभी इस घटना हो अंजाम दिया गया. वहीं, प्रयागराज में हुई अतीक और अशरफ की हत्या को लेकर मौलाना तौकीर रजा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने बताया कि वह इस्लामिया इंटर कॉलेज में परसों दोपहर 12 बजे से धरने पर बैठेंगे. मीडिया प्रभारी के घर नोटिस चस्पा किया गया क्योंकि मैंने प्रेस कांफ्रेंस बुलाई थी. इस दौरान उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश में इस वक्त जंगलराज की स्थिति है.


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मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि यूपी के जो हालत हैं, वो किसी से छिपे नहीं हैं, जो कुछ हो रहा है वो जुर्म है, जुर्म की इंतिहा है. आईएमसी अध्यक्ष मौलाना तौकीर रज़ा ने दरगाह आला हजरत स्थित अपने आवास पर की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ये बातें कही. उन्होंने कहा कि विकास दुबे से लेकर आज तक जितने एनकाउंटर हुए हैं, उन सबका दोषी सिर्फ एक आदमी है. उस आदमी को 120 बी का मुजरिम जरूर बनाना चाहिए, जो कहता है मिट्टी में मिला देंगे.


मौलाना तौकीर रजा ने पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि अतीक मामले में पुलिस की भूमिका साफ साफ नजर आ रही है, उन लोगो ने कत्ल किया नहीं बल्कि पुलिस और सरकार ने करवाया है, जो भी एनकाउंटर हुए वो सभी फेक एनकाउंटर हैं. ये चिंता का विषय है. आज न्यायालय का कोई रोल नहीं रह गया, पुलिस स्टेट बना दिया गया है. पुलिस और अपराधियो का गठबंधन बन गया है. अगर इनका गठबंधन नहीं टूटा, तो देश के हालत बद से बदतर हो जाएंगे. 


गन और बुलडोजर से फैलाई गई दहशत 
तौकीर रजा ने कहा कि गन और बुलडोजर को लेकर दहशत फैलाई गई है. पुलिस का राज खत्म होना चाहिए, पुलिस किसी को बोलने नहीं देती. दूसरी तरफ धारा 144 लगा दी, लोगों के बोलने पर भी पाबंदी लगा दी. जानकारी के मुताबिक परसों से मौलाना तौकीर धरने पर बैठेंगे. वह इस्लामिया इंटर कालेज में 12 बजे से धरने पर बैठेंगे. इसके अलावा दिल्ली मे भी धरना होगा, जब तक मांग पर अमल नहीं होगा, तब तक धरना होगा. अगर जेल में रोजा और ईद माननी पड़ेगी, तो भी कोई बात नहीं है.


तौकीर रजा ने कहा कि अंग्रेजो से ज्यादा जुर्म हो रहे है. कर्फ्यू लगा होगा, तब भी हम धरना देंगे, ज्ञापन किसी को नहीं देंगे. ऊपर से नीचे तक एक भी ईमानदार नहीं हैं. मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए. पुलिस उनके कंट्रोल में नहीं है. उन्होंने मुख्यमंत्री को चुनौती दी की मेरा धरना रोककर दिखाओ. चाहे पुलिस के जरिए हम पर लाठीचार्ज करवाओ लेकिन धरना जरूर होगा.


उन्होंने कहा कि बुलडोजर और बंदूक ले जरिए अगर फैसला होगा, तो न्यायालय की क्या जरूरत है. जैसे अंग्रेजो के खिलाफ असहयोग आंदोलन चलाया गया था, वैसे ही अब आंदोलन चालना होगा. पुलवामा हमले की भी हमारी जांच की मांग होगी. सिर्फ हिंदू मुस्लिम के नाम पर लोगों को भड़काया जा रहा है. इस वजह से मुसलमान से इतनी नफरत की जा रही है. पुलिस खुद मारना चाहती थी, इसलिए पुलिस ने गुंडे हायर किए, गुंडों को बताया गया की भाजपा की सरकार है, तुम हीरो बना दिए जाओगे.