Sambhal Violence: संभल हिंसा में यूपी पुलिस आरोपियों की तलाश करते-करते दिल्ली के बटला हाउस पहुंच गई. पुलिस ने बटला हाउस से अदनान नाम के लड़के को गिरफ्तार किया है, जिसने हिंसा में पत्थरबाजी की बात को कबूल कर लिया है.
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Sambhal Violence Batla House: उत्तरप्रदेश के संभल में मस्जिद के सर्वे के दौरान हुए हिंसा मामले में यूपी पुलिस ने दिल्ली के बटला हाउस से दो लड़कों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में अब तक 51 आरोपियों को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है. इस मामले में अभी भी 350 लोगों की तलाश जारी है. दिल्ली के बटला हाउस से जिन दो लड़कों को पुलिस ने पकड़ा है. उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है और इस बात को माना है कि संभल हिंसा में वह लोग भी शामिल थे.
मुखबिर ने दी खबर
इस गिरफ्तारी के बार में मीडिया से बात करते एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि हमें मुखबिर से उन दोनों लड़कों के बारे में पता चला था, कि वह लोग हिंसा के बाद बटला हाउस में छुपे हैं. इसके बाद फोटो के आधार पर पुलिस ने दिल्ली में छुपे अदनान को गिरफ्तार कर लिया.
लड़कों ने कबूल किया जुर्म
एसपी ने बताया कि दोनों लड़कों ने इस बात को मान लिया है कि 24 नवंबर को जामा मस्जिद के नजदीक सर्वे के दौरान हुए बवाल में वह शामिल थे. इस हिंसा में पहले ही 50 से ज्यादा लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी हैं.
24 नवंबर को हुआ था संभल में हिंसा
आपको बता दें कि पिछले महीने की 24 नवंबर को संभल के जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हिंसा भड़क गई थी. इस हिंसा में कई लोगों ने पथराव और फायरिंग की घटना को अंजाम दिया था. इस हिंसा में पांच आम लोगों की मौत भी हो गई थी.
संभल से भागकर दिल्ली में छुपे थे आरोपी
हिंसा के बाद बहुत से लोग यूपी से भागकर दिल्ली आ गए थे. लेकिन जो लोग वहां रह गए उनमें से 50 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था. लेकिन संभल से भागे हुए आरोपियों की लगातार तलाश जारी है. इस तलाशी में यूपी पुलिस दिल्ली के बटला हाउस तक पहुंच गई. और अदनान नाम के शख्स को गिरफ्तार कर लिया है.
संभल में हालात है काबू में
फिलहाल संभल में हालात काफी बेहतर है. कल जुमे की नमाज में भी लोग शांतिपूर्ण तरीका से मस्जिद में नमाज अदा की. इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात थी. डीएम ने बताया कि जुमे की नमाज को देखते हुए थ्री लेयर सुरक्षा व्यवस्था के इंतेजाम किए गए थे. जामा मस्जिद के आसपास पुलिस, पीएसी और आरआरएफ को लगाया गया था. इसके अलावा 32 मजिस्ट्रेट तैनात किए गए थे.