अजीत सिंह/लखनऊ: राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने अवध विश्वविद्यालय के कुलपति रविशंकर सिंह को हटा दिया. रविशंकर सिंह पर दीपोत्सव कार्यक्रम में भ्रष्टाचार का आरोप है. इसके साथ ही विवि में नियुक्तियों में भ्रष्टाचार का भी आरोप था, जिसके बाद राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उन्हें कुलपति पद से हटा दिया है. उनसे इस्तीफा ले लिया है. 


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राज्यपाल ने जारी किया निर्देश  
प्रोफेसर अखिलेश सिंह को अवध विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर का अतिरिक्त प्रभार मिला है. राजेंद्र सिंह रज्जू भैया विवि के कुलपति हैं. राज्यपाल ने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के वाइस चांसलर्स को निर्देश जारी कर दिया है. उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि काम में लापरवाही और भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अगर ऐसी शिकायतें आती हैं तो ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. अवध विवि के कुलपति को हटाकर राज्यपाल ने एक मैसेज दे दिया है, जो ईमानदारी से संस्थान को आगे बढ़ाएगा. छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखेगा. वही अपने पद पर भी बरकरार रह पाएगा. 


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दीपोत्सव में बना था वर्ल्ड रिकॉर्ड 
गौरतलब है कि नवंबर 2021 में डॉ राममनोहर लोहिया अवध यूनिवर्सिटी को दीपोत्सव के दौरान लाखों दीपक जलाकर रामनगरी को रोशन करने की जिम्मेदारी मिली थी. इस काम में एनसीसी कैडेट्स, स्कूल के टीचर्स और छात्रों को वॉलंटियर्स के तौर पर लगाया गया था. बीते साल दीपोत्सव के मौके पर अयोध्या में 5 लाख 50 हजार दीप जलाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया गया था. 


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