Ayodhya Masjid: धन्नीपुर में मस्जिद निर्माण को लेकर योगी सरकार का बड़ा फैसला, 2 साल बाद ADA ने नक्शे को दी मंजूरी
Ayodhya Masjid: अयोध्या विकास प्राधिकरण ने धन्नीपुर मस्जिद के नक्शे को पास कर दिया है. मस्जिद बनाने के लिए इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन को जमीन दी गई थी, जिसके निर्माण को ADA ने अंतिम मंजूरी दे दी है. रमजान खत्म होने के बाद ट्रस्ट की होगी बैठक.
Ayodhya Masjid : अयोध्या विकास प्राधिकरण (ADA) ने धन्नीपुर मस्जिद निर्माण के लिए नक्शे को पास कर दिया है. पिछले 2 वर्षों से नक्शा पास न होने के चलते मस्जिद का निर्माण कार्य रुका हुआ था. अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार धन्नीपुर में मस्जिद का निर्माण हो सकेगा.
इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन करेगा निर्माण
दरअसल, राम जन्मभूमि फैसले के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को निर्देश दिया था कि वह अयोध्या जिले के धन्नीपुर गांव में मस्जिद निर्माण के लिए जमीन मुहैया कराए. शीर्ष अदालत के निर्देश पर सरकार ने 5 एकड़ जमीन दे दी थी. यहां इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ट्रस्ट की ओर से एक मस्जिद का निर्माण होना है.
मस्जिद के साथ ये होंगे निर्माण
साथ ट्रस्ट की ओर से यहां एक अस्पताल, शोध संस्थान, सामुदायिक रसोई और एक पुस्तकालय का भी निर्माण होना है. अयोध्या विकास प्राधिकरण की ओर से नक्शा न पास होने की वजह से इनके निर्माण रुके हुए थे. अब अयोध्या विकास प्राधिकरण ने धन्नीपुर में मस्जिद निर्माण को अंतिम मंजूरी दे दी.
बोर्ड बैठक के बाद प्राधिकरण ने नक्शा पास किया
अयोध्या के संभागीय आयुक्त और एडीए के अध्यक्ष गौरव दयाल ने शनिवार को बताया कि हमने शुक्रवार को हुई बोर्ड बैठक में अयोध्या मस्जिद की परियोजना को मंजूरी दे दी है. कुछ विभागीय औपचारिकताओं के बाद स्वीकृत नक्शे कुछ दिनों में इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन को सौंप दिए जाएंगे.
सभी मंजूरी मिलने के बाद की जाएगी बैठक
वहीं, ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन ने बताया कि सभी मंजूरी मिलने के बाद एक बैठक की जाएगी और मस्जिद के निर्माण की योजना को अंतिम रूप दिया जाएगा. हुसैन ने कहा कि 21 अप्रैल को समाप्त होने वाले रमजान के बाद ट्रस्ट की बैठक होगी. उस बैठक में मस्जिद का निर्माण कार्य शुरू करने की तारीख को अंतिम रूप दिया जाएगा.
26 जनवरी, 2021 को मस्जिद की रखी थी नींव
हुसैन ने कहा कि हमने 26 जनवरी, 2021 को मस्जिद की नींव रखी थी, हमने इस दिन को अयोध्या मस्जिद की नींव रखने के लिए चुना क्योंकि सात दशक पहले इसी दिन भारत का संविधान लागू हुआ था। हुसैन ने कहा कि धन्नीपुर मस्जिद बाबरी मस्जिद से बड़ी होगी. तीर्थनगरी में राम मंदिर स्थल से धन्नीपुर मस्जिद स्थल लगभग 22 किमी दूर है.
2019 में शीर्ष अदालत ने दिया ऐतिहासिक फैसला
बता दें कि अयोध्या जिले के धन्नीपुर गांव में एक मस्जिद, अस्पताल, शोध संस्थान, सामुदायिक रसोई और पुस्तकालय के निर्माण की मंजूरी के लिए जुलाई 2020 में अयोध्या विकास प्राधिकरण में आवेदन किया गया था. नौ नवंबर, 2019 को एक ऐतिहासिक फैसले में उच्चतम न्यायालय ने अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर के निर्माण का आदेश दिया था और सरकार से जिले में एक प्रमुख स्थान पर मस्जिद के निर्माण के लिए पांच एकड़ जमीन आवंटित करने को कहा था.
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