Ayodhya Ram Corrdior: काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर अब जल्द अयोध्या में कॉरिडोर बनने जा रहा है. इस पर योगी कैबिनेट ने अपनी मुहर लगा दी है. यानि योगी सरकार का पूरा फोकस भगवान श्रीराम की नगरी पर है. इसलिए सीएम जहां बार-बार अयोध्या पहुंच रहे हैं, वहीं विकास के काम भी बड़ी तेज़ी के साथ बढ़ रहे हैं. दरअसल, यह कॉरिडोर हनुमान गढ़ी से लेकर राम मंदिर तक बनाया जाएगा. इस कॉरिडोर को बनाने का लक्ष्य 2024 तक रखा गया है. जी हां, लक्ष्य 2024 है. अगर इसे पूरे सियासी चश्मे से समझा जाए, तो बीजेपी जहां अपने हिंदुत्व के एजेंडे को पूरी धार दे रही है, वहीं इसके जरिए लोकसभा चुनाव में मिशन 2024 को साधने की तैयारी में जुट गई है. क्योंकि बीजेपी ने अयोध्या में जितने भी विकास कामों को पूरा करने का लक्ष्य रखा है, उसका समय 2024 रखा है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़ें: राम गोपाल यादव की सीएम योगी से मुलाकात के बाद सपा विधायक ने कसा तंज, BJP पर साधा निशाना


यूपी के जरिए ही मिलेगी दिल्ली की सत्ता
इससे पार्टी लोकसभा चुनाव में जहां इन विकास कामों के साथ हिंदुओं के धार्मिक स्थलों की बढ़ती भव्यता को भुना सके, क्योंकि 2024 में राम मंदिर बनकर तैयार होगा और  2024 में ही कॉरिडोर बनेगा तो 2023 तक एयरपोर्ट से उड़ानें भरनी शुरू हो जाएंगी. वहीं, बीजेपी इन विकास उपलब्धियों के सहारे ही हिंदुत्व को धार देगी. बीजेपी को पता है कि अगर फिर से दिल्ली की सत्ता पानी है, तो रास्ता यूपी से होकर गुजरता और इसलिए यूपी पर काफी फोकस है. 


हिंदू वोटरों को लुभाने की कोशिश
पिछले चुनाव में बीजेपी ने अकेले दम पर यूपी में 80 लोकसभा सीटों में से 62 सीट पर भगवा लहराया था. अब हाल में आज़मगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव जीतने के बाद बीजेपी की सीटों में इजाफा हो गया है और ये आंकड़ा 64 तक पहुंच गया है. हालांकि, बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव में यूपी के अंदर 75 सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही है. लेकिन, आज़मगढ़ और रामपुर उपचुनाव जीतने के बाद सीएम योगी ने 80 सीटें जीतने का भरोसा जताया है. इसी के साथ अगर ये लक्ष्य हासिल करना है तो हिंदू वोटरों को अपनी तरफ लुभाना होगा. इसलिए वाराणसी के बाद अब अयोध्या की भव्यता और दिव्यता पर मोदी और योगी सरकार का खास फोकस है.


यह भी पढ़ें: LIVE: उतर प्रदेश उत्तराखंड समाचार: मथुरा: शाही ईदगाह में लड्डू गोपाल के अभिषेक की याचिका खारिज


अयोध्या से जुड़ी है करोड़ों हिंदुओं की आस्था
वाराणसी में जब काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनाया गया, तो उसके लिए बहुत दुकानों को हटाना पड़ा था. लग रहा था कि बीजेपी को 2022 के चुनाव में स्थानीय लोगों की नाराजगी झेलनी पड़ेगी. लेकिन, 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में सभी 8 विधानसभा सीटें जीतने में कामयाब रही है. क्योंकि काशी दिव्य और भव्य बनी तो वोटरों ने बीजेपी को काफी प्यार दिया. दूसरी तरफ, भगवान राम की नगरी से भी करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी है. क्योंकि लंबे संघर्ष और इंतजार के बाद भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. अगर हिंदुओं के धार्मिक स्थलों की भव्यता बढ़ेगी तो हिंदू वोटर भी बीजेपी की तरफ सोचेगा और 2014, 2019 लोकसभा चुनाव और 2017, 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की बंपर जीत इस बात की तस्दीक भी कर रही है. अब बीजेपी की नज़र 2024 पर टिकी है.


Azadi Ka Amrit Mahotsav: गांधी जी पर क्यों लगे भगत सिंह के साथ अन्याय करने के आरोप.. क्यों फेंका गया गांधी जी पर बम?