रामपुर: समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान के बेट अब्दुल्ला आजम ने अपने सुरक्षाकर्मियों से अपनी जान को खतरा बताया है. अब्दुल्ला ने कहा कि मुझे तो जो मेरे साथ पुलिसवाले चल रहे हैं उन पर ही भरोसा नहीं है कि कब मुझे गोली मार दें. साथ ही कहा कि सुरक्षाकर्मी उनकी सुरक्षा के लिए नहीं बल्कि रेकी करने के लिए दिए गए हैं कि मैं कहां किससे मिल रहा हूं.


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नामांकन के पर्चे के सवाल पर अब्दुल्ला आज़म ने कहा, 'यह रिटर्निंग अधिकारी के सामने है. उसका यहा ज़िक्र करने से कोई फायदा नहीं. लेकिन उन लोगों से (अपने विरोधियों से) कहूंगा कि आप मज़बूती से चुनाव लड़ो. अगर मैं गलत हूं तो मुझे हराओ, आपके साथ अधिकारी हैं, आपके साथ पुलिस है. आपके साथ दो दो सरकारें हैं, मैं तो अकेला हूं.'


वहीं, नामांकन में दो उम्र मामले पर अब्दुल्ला आज़म ने कहा कि नामांकन की 29 जनवरी को स्क्रूटनी होगी. जो होगा आपको पता चल जाएगा. उन्होंने कहा कि बहुत लोगों का चुनाव सिर्फ इस बात पर है कि मेरा पर्चा कैंसिल हो जाए तो वो चुनाव जीत जाएंगे. अब तक तो वो रेस में अकेले ही भाग रहे थे. अब दूसरा दौड़ने वाला आया है. मेरे नामांकन से डरे हुए क्यों हैं, उनको पता है कि 10 मार्च को क्या होगा. 


अब्दुल्ला आजम ने कहा कि रामपुर में मुकदमों को मज़ाक बना दिया गया है, ऐसा माहौल है जैसे रामपुर में अन डिक्लेयर्ड इमरजेंसी हो. साथ ही निष्पक्ष चुनाव होने के लिए मंडलायुक्त को हटाने की मांग की है.