Azamgarh Lok Sabha byelection 2022: आज़मगढ़ लोकसभा उपचुनाव में अब तीन दिन रह गये है. ऐसे में सारे प्रत्याशी समर्थन पाने में लगे हैं. वहीं, इसके पहले समाजवादी पार्टी को झटका लगा है. सोमवार को आज़मगढ़ की पार्टी उलेमा कॉउंसिल ने बसपा प्रत्याशी शाह आलम का समर्थन किया है. 


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उलेमा काउंसिल ने बसपा को दिया समर्थन
उलेमा कॉउंसिल पार्टी का गठन 2009 हुआ था. उलेमा कॉउंसिल मुसलमानों में अच्छी पैठ रखती है, उसने अपना समर्थन पूर्व विधायक व बसपा के प्रत्याशी शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली का किया है. बता दें,  मुसलमान वोट सपा का बेस वोट है अगर वो खिसका तो सपा के लिए खतरे की घंटी है. शाह आलम इस समर्थन से बहुत खुश नजर आये और अपनी जीत को पक्का बताने लगे हैं. 


बसपा प्रत्याशी ने सपा पर साधा निशाना
बसपा प्रत्याशी शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा के सभी लोग यहां प्रचार करने आ रहे हैं. दुनियां में और भी कहीं लोग हैं तो उनको यहां बुला लें जिससे उनको हारने के बाद पछतावा न रहे, क्योंकि उनकी यहां हार तय है. साथ ही कहा कि मुसलमानों की शुभचिंतक कही जाने वाली सपा ही इनको सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाने वाली पार्टी है. 


23 जून को चुनाव, 26 को आएंगे परिणाम
बता दें, रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा सीट पर 23 जून को उपचुनाव होना है, जिसके नतीजे 26 जून को आएंगे. यादव-मुस्लिम, दलित बहुल लोकसभा क्षेत्र में समाजवादी पार्टी ने भोजपुरी स्टार दिनेश लाल निरहुआ को टिकट दिया है जबकि समाजवादी पार्ट से धर्मेंद्र यादव चुनावी मैदान में हैं. इसके अलावा बसपा ने शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली को उम्मीदवार बनाया है. 


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