वेदेन्द्र प्रताप/आजमगढ: उत्तर प्रदेश में अपराध जगत में मुख्तार अंसारी एक ऐसा नाम है, जिससे जनता ही नहीं बल्कि अच्छे-अच्छे थर्राते थे. राजनैतिक डॉन और अपराधियों को संरक्षण देने के कारण मुख्तार से बड़े-बड़े लोग डरते थे. इतना ही नहीं पुलिस के आला अधिकारी भी मुख्तार अंसारी के खिलाफ कार्रवाई करने से डरते रहे. यूपी पुलिस (UP Police) में सिंघम के नाम से मशहूर आज़मगढ़ के एसपी अनुराग आर्य ने सबसे पहले मुख्तार का डर समाप्त किया और उसकी अवैध संपत्तियों को जब्त किया.


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यही नहीं एसपी ने मुख्तार अंसारी के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलवाकर उसे ध्वस्त भी करवाया. उनके शौर्य और पराक्रम के  कारण DGP ने उन्हें सम्मानित किया. उन्हें अपराध और अपराधियों पर प्रभावी कार्रवाई के लिए स्वर्ण पदक दिया गया. आपको बता दें कि योगी सरकार केवल आजमगढ़ ही नहीं गाजीपुर, मऊ, वाराणसी जैसे जिलो में मुख्तार के साम्राज्य के कई पिलर्स ध्वस्त कर चुकी है. एक्शन अब भी लगातार  जारी है.


मुख्तार अंसारी पर कार्रवाई करने के कारण बटोरी थी सुर्खियां
दरअसल, एसपी अनुराग आर्य के इस दिलेरी को देखते हुए स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ पर उत्तर प्रदेश के डीजीपी देवेंद्र सिंह चौहान ने अनुराग आर्य को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया. यह सम्मान उन्हें उत्कृष्ट कार्यों के लिए और उनकी अच्छी सेवाओं के लिए दिया गया है. अनुराग आर्य ने आज़मगढ़ का कार्यभार 26 अक्टूबर 2021 को संभाला और जिले में माफिया और संगठित अपराध करने वाले गिरोहों पर कड़ाई से कार्रवाई की. आपको बता दें कि एसपी अनुराग आर्य मुख्तार अंसारी पर कार्रवाई करने के कारण सुर्खियों में आए थे.



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मुख्तार अंसारी के आपराधिक साम्राज्य को ढहाने की शुरुआत
अनुराग आर्य 2013 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. वह मऊ में तैनाती के दौरान माफिया मुख्तार अंसारी के अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाकर सुर्खियों में आए थे.  माफिया मुख्तार अंसारी के आपराधिक साम्राज्य पर पहली कार्रवाई अनुराग आर्य ने ही की थी. आपको बता दें कि मऊ जिले में अवैध बूचड़खाने चलाने वाले मुख्तार गैंग के 26 लोगों के खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई की थी. इसके साथ ही एसपी ने मुख्तार के शूटर अनुज कनौजिया का घर बुलडोजर से ध्वस्त करा दिया था. मऊ में अवैध टैक्सी स्टैंड से वसूली करने वाले 13 माफिया पर गैंगेस्टर के साथ मुख्तार गैंग के सात भू-माफिया पर मुकदमे दर्ज कर जमीन मुक्त कराई गई.


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अवैध मछली व्यापार को बंद कराया
योगी सरकार से पहले की सरकार में संरक्षण मिले मुख्तार अंसारी पर 2013 के बाद पहला मुकदमा 2020 में लिखा गया. साथ ही मुख्तार गैंग के अवैध मछली व्यापार के कारोबार में लिप्त माफिया पारसनाथ सोनकर गैंग के तीन अपराधियों पर गैंगेस्टर की कार्रवाई की और अवैध मछली व्यापार को बंद कराया. मुख्तार गैंग से जुड़े 20 अपराधियों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त कराने, 19 के खिलाफ गुंडा एक्ट की कार्रवाई की गई. मुख्तार गैंग के सहयोगी त्रिदेव कंस्ट्रक्शन के उमेश सिंह की संपत्तियों को जब्ज करने के साथ ध्वस्त किया.


मुख्तार अंसारी  गैंग के अवैध कारोबार का किया नाश
मुख्तार अंसारी और उसकी गैंग द्वारा प्रति वर्ष 13 करोड़ 17 लाख की अवैध वसूली होती थी, जिसके बारे में बताया गया की माफिया मुख्तार अंसारी गिरोह के गुर्गे अवैध कटान, अवैध बूचड़खाना, टैक्सी स्टैंड और अवैध मछली व्यापार से प्रति माह एक करोड़ नौ लाख 75 हजार वसूली करते थे. सालाना यह कमाई 13 करोड़ 17 लाख से अधिक की थी. ऐसे में इन सभी अवैध कारोबार को बंद कराकर माफिया को आर्थिक चोट पहुंचाई.


शराब माफिया की लाखों की संपत्ति की कुर्क 
आज़मगढ़ जनपद में जहरीली शराब से कई बार बहुत सी मौते हो चुकी हैं, जिस पर कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई थी. जिससे शराब माफिया में कोई भय नहीं था. इस अपराध पर एसपी की नज़र पड़ी और उन्होंने शराब माफिया पर कड़ी कार्रवाई करना शुरू कर दिया. जहरीली नकली शराब से जुड़े 13 आरोपियों पर गैंगेस्टर और 6 पर रासुका लगाया, जिसमें कई लाखों की संपत्तियों की कुर्की कर कार्रवाई भी की गई.


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टेट की परीक्षा की में गड़बड़ी करने वाले को भी नहीं बख्शा
पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य द्वारा एक कार्य और किया जो परीक्षार्थियों के हित में रहा. टेट की परीक्षा की गड़बड़ी में शामिल 22 आरोपियों के खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई करने के साथ फरार पूर्व ब्लॉक प्रमुख इसरार अहमद की 35 लाख से अधिक की चल संपत्ति को कुर्क किया. 


आज़मगढ़  में 10 महीने की तैनाती में अपराधियों का सूपड़ा साफ
एसपी की 10 महीने की तैनाती के दौरान 24 अपराधियों की 50 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की कार्रवाई की गई. साथ ही गैंगेस्टर के 69 मुकदमों में 344 अपराधियों पर कार्रवाई की गई है. जिले में 930 अपराधियों के विरूद्ध गुंडा एक्ट, 138 को जिला बदर, 198 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली गई है. जिले में मादक पदार्थों की बरामदगी में 81 मुकदमे दर्ज किए गए. इसमें शामिल 100 अपराधियों को गिरफ्तार कर 826 किलो गांजा भी पकड़ा गया है.


अवैध असलहे की फैक्ट्री का खुलासा करते हुए 382 मुकदमें दर्ज कर 394 अपराधियों पर कार्रवाई की गई. जिले में आबकारी के 606 मुकदमों में 668 अभियुक्तों से 15 हजार लीटर शराब, 86 शराब बेचने वालों पर गुंडा एक्ट, 56 पर गैंगस्टर, 6 पर रासुका की कार्रवाई की गई. साथ ही जिले के 12 शराब माफिया की 15 करोड़ से अधिक की संपत्ति सीज की गई. जिले में संगठित अपराध करने वाली 23 गैंग को रजिस्टर्ड किया गया.


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