मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि के पास अवैध बस्ती पर चला बाबा का बुलडोजर, हेमा मालिनी के ड्रीम प्रोजेक्ट का रास्ता साफ
मथुरा में आखिरकार रेलवे किनारे अवैध बस्तियों पर बुधवार को बाबा का बुलडोजर चल ही गई.
मथुरा/कन्हैया लाल शर्मा: मथुरा में आखिरकार रेलवे किनारे अवैध बस्तियों पर बुधवार को बाबा का बुलडोजर चल ही गई. श्रीकृष्ण जन्मभूमि और ईदगाह मस्जिद के निकट इस बस्ती को खाली करने का नोटिस पुलिस प्रशासन ने पहले ही दे रखा था, लेकिन अवैध कब्जेदार हटने को तैयार ही नहीं थे.
दरअसल, मथुरा-वृंदावन के बीच नई आधुनिक ट्रेन सुविधा शुरू होने वाली है. इसी को लेकर रेलवे विभाग ने ये अपनी संपत्ति को खाली कराया. मथुरा की डीग गेट स्थित नई बस्ती में बुधवार को अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया. यहां बने अवैध मकानों को बुलडोजर से ध्वस्त किया गया. इस दौरान भारी मात्रा में पुलिस बल मौके पर मौजूद रहा.
इससे पहले भी अवैध अतिक्रमण करने वाले लोगों को रेलवे विभाग के द्वारा अतिक्रमण को स्वयं हटाने के लिए भी कहा गया था. हालांकि रेलवे की जमीन को खाली नहीं किया गया. रेलवे विभाग द्वारा जिला प्रशासन और नगर निगम के सहयोग से अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया. इसमें अवैध मकानों को बुलडोजर से ध्वस्त किया गया.
मुस्लिम बहुल इस नई बस्ती में अतिक्रमण हटाओ अभियान को लेकर पुलिस प्रशासन काफी मुस्तैद था. ड्रोन कैमरे से भी निगरानी की गई.एलआईयू की टीमों को भी पहले से सक्रिय रखा गया था.
जानकारी के अनुसार, मथुरा-वृंदावन के बीच बसी नई बस्ती में अतिक्रमण की जद में आने वाले करीब 156 मकानों को रेलवे विभाग पहले ही नोटिस जारी कर चुका था. ट्रैक किनारे बने मकानों को रेलवे विभाग ने अवैध बताया था. जबकि लोग इस जमीन को पुश्तैनी बताकर दावा ठोक रहे थे.
मथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह के समीप बसी नई बस्ती पर जब अचानक भारी मात्रा में पुलिस बल,अधिकारियों का काफिला बुलडोजर लेकर पहुंचा तो इलाके में हड़कंप मच गया. सरकारी अमले की तैयारी देख विरोध प्रदर्शन या हंगामा करने वालों की हिम्मत जवाब दे गई.
रेलवे अधिकारी नितिन गर्ग का कहना है कि रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण हटाने के लिए 4 जेसीबी मशीनें पहुचीं. उनका कहना है कि मथुरा-वृंदावन कि लगभग 12 किलोमीटर बढ़ने वाली ब्रॉड गेज रेलवे लाइन का लगभग 200 करोड से ज्यादा का प्रस्ताव पास हो चुका है. इसको 2025 तक पूरा करना है. इसका काम जनवरी में शुरू होना था लेकिन जब 6 फरवरी द्को नई बस्ती में पोस्टर चस्पा किए गए तो लोगों ने उसका विरोध किया और फिर कोर्ट चले गए.
गौरतलब है कि सांसद हेमा मालिनी मथुरा वृंदावन के लिए कई प्रयास कर चुकी है. ताकि मथुरा वृंदावन में रेलवे लाइन बनने और श्रद्धालुओं को आने-जाने में किसी तरह की असुविधा ना हो. हेमामालिनी ने मथुरा वृंदावन के बीच नई रेलवे लाइन का प्रस्ताव रखा था.