Hardoi News: हरदोई में अंबडेकर प्रतिमा तोड़े जाने से बवाल, संडीला पुलिस थाना और कोतवाली के हाथ-पांव फूले
Hardoi News: पुलिस प्रशासन ने बताया कि हरदोई में अराजकतत्वों ने बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया है. संडीला कोतवाली का है मामला. ग्रामिणों में आरोपियों के विरुद्ध आक्रोश. नई प्रतिमा लगवाने की मांग.
Hardoi: उत्तरप्रदेश, हरदोई के संडीला कोतवाली क्षेत्र के गरिंदखेड़ा मजरा लूमामऊ का मामला. गांव में स्थापित बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमा को अराजक तत्वों द्वारा क्षतिग्रस्त करने का मामला सामने आया है. पुलिस प्रशासन इस मामले की जांच कर रही है. प्रशासन का कहना है कि प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने वालों को पुलिस जल्द गिरफ्तार करेगी.
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डीला कोतवाली क्षेत्र के गरिंद खेड़ा मजरा लूमामऊ में अज्ञात शरारती तत्वों ने अंबेडकर प्रतिमा को खंडित कर दिया. जिसके बाद ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया. ग्रामीण आरोपियों के विरुद्ध कार्यवाही व नई मूर्ति स्थापित करने की मांग करने लगे. सूचना पाकर मौके पर पहुंचे तहसीलदार के साथ सीओ अंकित मिश्रा व प्रभारी निरीक्षक दिलेश कुमार सिंह के साथ ग्रामीणों से वार्ता की. ग्रामीणों के बीच काफी देर तक वार्ता चली और अफसरों के समझाने के बाद ग्रामीण मान गए. ग्राम प्रधान प्रतिनिधि मुन्नालाल पाल ने बताया कि उन्होंने अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी है. खंडित मूर्ति को हटा करके नई मूर्ति स्थापित कराई जाएगी और स्थल की बाउंड्रीवाल बनाने का प्रस्ताव भेजा जाएगा. सीओ अंकित मिश्रा ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करके कार्यवाही की जाएगी. ट
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पहले भी हो चुकी हैं घटनाएं
उत्तर प्रदेश में इस तरह की घटनाएं आम हो गई हैं. ज्ञात हो कि इस साल के शुरुआत में मुजफ्फरनगर जिले के रतनपुरी थाना क्षेत्र के भूपखेडी गांव में भी अज्ञात लोगों ने बाबासाहेब की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया गया था. जिसके बाद वहां के लोगों ने भी प्रदर्शन किया था.
3 अगस्त 2022 में भी इस तरह की घटना हुई थी. भदोही जनपद में बाबा साहेब की मूर्ति को खंडित किया गया था. इसी माह मेरठ से भी एक ऐसा ही खबर आई थी.
7 अप्रैल 2018 को आगरा जनपद के दुगारैया गांव में कुछ अराजकतत्वों ने अंबेडकर की मूर्ति को क्षतिग्रस्त किया था. वहीं 10 अप्रैल को बदायूं से ऐसी खबर आई. ऐसे ना जानें कितने ही मामले हैं जिनमें शरारती तत्वों ने ऐसा कृत्य किया हो. पुलिस प्रशासन को ऐसे काम करने वालों के विरुद्ध कठोर कदम उठाने की जरूरत है.
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