Ration Card: राशन कार्डधारकों के लिए बुरी खबर! यूपी के इस जिले में निरस्त होंगे 40 हजार से ज्यादा राशनकार्ड
Ration card Cancelled News: राशनकार्ड धारकों के लिए के बुरी खबर है, उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के एक जिले में 40 हजार से ज्यादा राशनकार्ड निरस्त होने वाले हैं. नवंबर के आखिर तक राशन कार्ड को निरस्त कर दिया जाएगा.
UP Ration Card News: राशन कार्डधारकों के लिए जरूरी खबर है. प्रयागराज जिले में 40 हजार से अधिक राशन कार्ड (Ration Card) निरस्त करने की तैयारी है. जिला पूर्ति अधिकारी ने इन राशन कार्ड को निरस्त करने का फैसला लिया है. कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद नवंबर के आखिर तक जिले में 40 हज़ार से अधिक राशन कार्ड को निरस्त कर दिया जाएगा. जिसके बाद इन लोगों को नए सिरे से राशन कार्ड बनवाने में दिक्कतें भी झेलनी पड़ सकती हैं.
दरअसल जांच पड़ताल में पता चला है कि प्रयागराज में 40 हजार से अधिक लोग राशन नहीं ले रहे हैं. इस बात का खुलासा जिला पूर्ति विभाग की तरफ से कराए गए सत्यापन में हुआ है. जांच पड़ताल में पता चला है कि कई यह लोग प्रयागराज में राशन कार्ड धारक तो हैं लेकिन वह दूसरे शहरों और राज्यों में रह रहे हैं. जिसके चलते वह राशन कार्ड का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं. अधिकारियों के मुताबिक ऐसे लोगों को चिन्हित कर लिया गया है. इन राशन कार्ड को निरस्त करने की तैयारी कर ली गई है.
बता दें कि प्रयागराज के शहरी क्षेत्र में 69 फीसदी और ग्रामीण क्षेत्र में 62 फ़ीसदी से अधिक लोगों का राशन कार्ड मौजूदा समय में बन चुका है. आगे की प्रक्रिया चल रही है. इसी दौरान वेरिफिकेशन में 40 हजार से अधिक राशन कार्ड के बारे में जानकारी मिली की कि यह लोग ई-पास मशीन से अंगूठा लगाकर राशन नहीं ले रहे हैं और जब जमीनी हकीकत जानने की कोशिश की गई तो पता चला कि इसमें से अधिकतर लोग प्रयागराज छोड़कर दूसरे शहरों और राज्यों में रहने लगे हैं.
ऐसे में राहत भरी खबर उन लोगों के लिए है जो लोग लंबे समय से राशन कार्ड बनवाने की लाइनों में लगे हैं. अधिकारियों के मुताबिक अगर वह पात्र हैं, और आवेदन करते हैं तो रिक्त हुई जगह पर उन्हें शामिल किया जा सकता है और वह राशन कार्ड धारक बन सकते है. प्रयागराज की अगर बात करें तो यहां पर 10 लाख 60 हजार से अधिक राशन कार्ड धारक हैं. जिसमें 46 लाख यूनिट हैं. 150 टन राशन का वितरण भी होता है. प्रति यूनिट 5 किलो राशन दिया जाता है, जिसमें 3 किलो गेहूं और 2 किलो चावल यूनिट शामिल है.
(प्रयागराज से मो.गुफरान की रिपोर्ट)