अमित अग्रवाल/बदायूं: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिला अस्पताल से हैरतअंगेज वाला मामला सामने आया है. अस्पताल की मोर्चरी में रखे हुए मुर्दे की आंखें गायब हो गई. परिजनों ने जब सुबह में जाकर मोर्चरी में देखा तो दोनों आंखें गायब थी. इसको लेकर परिजनों ने अस्पताल प्रशासन को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है और इस मामले की शिकायत आला अधिकारियों से की है. सूचना मिलने के बाद जिलाधिकारी बदायूं ने इस मामले में मजिस्ट्रियल जांच के भी आदेश दे दिए हैं.


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मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने की परिजनों से बदसलूकी
मामला जिला अस्पताल की मोर्चरी से जुड़ा हुआ है, कल जिला जेल में बंद अलीगढ़ जनपद के थानां अतरौली के रहने वाले चार साल के सजायाफ्ता कैदी भोलू ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली थी. परिजनों के न पहुंचने से पंचायत नामा की कार्रवाई नहीं हो सकी थी. पोस्टमार्टम अगले दिन होना था. इसलिए शव को मोर्चरी में रखवा दिया गया. सुबह में जब परिजन मोर्चरी पहुंचे तो शव को देखने के बाद भड़क गए. शव की दोनों आंखें गायब थीं. परिजनों का आरोप है कि यहां शव को सुरक्षित रखने का कोई इंतजाम नहीं है और गंदगी का अंबार लगा हुआ था. परिजनों ने जब इसकी शिकायत मुख्य चिकित्सा अधिकारी से की तो उन्होंने जमकर बदसलूकी की और भगा दिया.


मामला आला अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद हड़कंप मच गया. जिला अस्पताल के सीएमएस विजय बहादुर राम ने सीएमओ के साथ मोर्चरी जाकर गहनता से पड़ताल की. मजिस्ट्रियल जांच करने एसडीएम भी पहुंचे और शव मोर्चारी में लाए जाने से लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया में शामिल सभी लोगों के बयान दर्ज किए. साथ ही मोर्चरी को भी देखा.अस्पताल के सीएमएस विजय बहादुर राम ने बताया कि मुर्दे की आंखे गायब होने का मामला संज्ञान में आया है. पूरे मामले की बारीकी से जांच की जा रही है. जांच पूरी होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.


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