कानपुर देहात : तब क्‍या हो जब रसूखदार इंस्‍पेक्‍टर के खिलाफ उसी के थाने में मामला दर्ज हो. उत्‍तर प्रदेश के कानपुर देहात में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां थाने पर तैनात पुलिस इंस्‍पेक्‍टर के खिलाफ हत्‍या का मामला दर्ज हुआ है. इसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं. आइये बताते हैं पूरा मामला.   


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

12 दिसंबर की घटना 
दरअसल, बीती 12 दिसंबर को शिवली और रानियां थाने की पुलिस ने कानपुर देहात के व्यापारी बलवंत सिंह को सरेराह उठा लिया था और फिर लूट की वारदात को कबूल कराने के लिए रस्सी से बांधकर थाने के अंदर ही डंडों से व्यापारी को बर्बरता पूर्वक पीटा. इससे व्‍यापारी की मौत हो गई. व्यापारी बलवंत की मौत के बाद जब परिजनों ने बवाल काटा तो पुलिस हरकत में आई. 


शरीर पर पिटाई के निशान मिले 
परिजनों ने पुलिसकर्मियों पर हत्‍या का आरोप लगाए हुए साक्ष्‍य दिखाए. जिसमें बलवंत के शरीर पर पिटाई के निशान दिख रहे. वहीं, पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट में भी खुलासा हुआ कि बलवंत को बेरहमी से पिटाई की गई. जिसके बाद उसकी मौत हो गई. इसके बाद 13 दिसंबर को बवाल और बढ़ा तो रानियां थाने के इंस्‍पेक्‍टर शिव प्रकाश सिंह के खिलाफ हत्‍या का मुकदमा दर्ज किया गया. उनके साथ सब इंस्‍पेक्‍टर, कांस्‍टेबल और अन्‍य पुलिसकर्मियों को भी हत्‍या के आरोप में नामजद किया गया. 


सामुदायिक भवन को हरा रंगकर बना दिया मदरसा, मुस्लिम बहुल इलाके में घटना से अफसरों के हाथ-पांव फूले
 


इन पर दर्ज हुआ मुकदमा 
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जिन पुलिसकर्मियों के नाम मुकदमा दर्ज किया गया है, उसमें थाना प्रभारी रानियां शिव प्रकाश सिंह, थाना प्रभारी शिवली राजेश कुमार सिंह, SOG प्रभारी प्रशांत गौतम, पुलिस चौकी प्रभारी मैथा ज्ञान प्रकाश पांडेय और सिपाही महेश गुप्‍ता शामिल हैं. सभी नामजद पुलिसकर्मी फरार हैं. इनके मोबाइल बंद आ रहे हैं. आरोपित पुलिसकर्मियों की तलाश के लिए 6 टीमें गठित कर दी गई हैं. जल्‍द ही पुलिस टीम आरोपितों को गिरफ्तार कर लेगी.  


WATCH: रेलवे ट्रैक पर युवती और 2 युवक बना रहे थे रील, अब शव पहचानना भी हुआ मुश्किल