बांदा: बैंक मित्र ने अपने ही गांव के सैकड़ों लोगों से 50 लाख रुपये की धोखाधड़ी, तरीका हैरान करने वाला है
Banda News: आर्यावर्त बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिवेदी ने बताया कि बैंक मित्र द्वारा धोखाधड़ी करने का मामला संज्ञान में आया है और यह बहुत ही गंभीर मामला है जिसकी हम लोग जांच पड़ताल कर रहे हैं और जिन लोगों के खातों से पैसे निकाले गए हैं. उनके पैसों की भी गणना की जा रही है कि आखिर कितनी रकम बैंक मित्र बबलू प्रजापति ने लोगों के खातों से धोखे से निकाला है.
अतुल मिश्रा/बांदा: यूपी के बांदा जिले के एक गांव में एक बैंक मित्र द्वारा भोलीभाली अपने गांव की ही गरीब जनता से धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है, जहां बैंकमित्र ने अपने गांव के ही गरीब, अनपढ़ लोगों से अंगूठे लगवाकर व फर्जी बैंक खाता खोलकर लगभग सौ लोगों को अपना शिकार बनाया है. उनके खातों से करीब 50 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है. बैंक मित्र द्वारा धोखाधड़ी करने की जानकारी लोगों को तब हुई जब लोग बैंक पहुंचे और उन्होंने अपने खातों की जानकारी ली. उनको पता चला कि उनके गांव के रहने वाले बैंक मित्र ने ही उन्हें बेवकूफ बनाकर उनके खाते खाली कर दिए. फिलहाल पूरे मामले को लेकर बैंक के अधिकारियों व ग्रामीणों की तरफ से अधिकारियों को शिकायती पत्र दिया गया है. जिस पर पूरे मामले की जांच की जा रही है. वहीं, बैंक मित्र को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है.
ऐसे खातों से ट्रांसफर कर लेता था पैसे
पूरा मामला पैलानी तहसील क्षेत्र के पपरेंदा आर्यावर्त बैंक का है, जहां पर इसी तहसील क्षेत्र के निवाईच गांव के सैकड़ों ग्रामीणों के साथ उनके ही गांव का रहने वाला बबलू प्रजापति नाम के बैंक मित्र ने धोखाधड़ी की है. बैंक मित्र बबलू ने गरीब लोगों को ही अपना निशाना बनाया है, जो ज्यादा पढ़े लिखे नहीं थे और उन्हें बैंक के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी. जब उसके यहां लोग पैसा निकालने के लिए जाते थे या अपने खाते से संबंधित कोई जानकारी जानने जाते थे तो वह उनसे फिंगरप्रिंट मशीन में अंगूठा लगवा लेता था. और उन्हें बैंक खाते की जानकारी देने के साथ ही उनके खाते से पैसे निकाल लेता था जो लोग कम रकम निकालने जाते थे वह उन्हें कम रकम निकाल कर देता था और उनके खाते से ज्यादा रकम निकाल लेता था.
बैंक गए तो हुई जानकारी
गांव की ही रहने वाली एक मोहन सखी नाम की महिला के खाते से बबलू प्रजापति ने पिछले 2 साल के अंतराल में 5 लाख रुपये निकाल लिए. पीड़ित महिला व उसके बेटे ने बताया कि वह हमारे खातों से 10-10 हजार रुपये निकालता रहा, जिसकी हमें जानकारी नहीं मिली. वह हमें बैंक जाने से भी मना करता था कि जब सारा बैंक का काम काज गांव में ही हो जाता है तो फिर बैंक जाकर क्यों परेशान होते हो. उन्होंने बताया कि 2 दिन पहले जब हम सीधे बैंक में बड़ी रकम निकालने आए. तब पता चला कि हमारे खाते से उसने भारी-भरकम रकम निकाल ली है. इसके अलावा अन्य ग्रामीणों ने भी बताया कि उसने इसी तरह से लोगों से धोखाधड़ी कर पैसे निकाल लिए.
कई ग्रामीणों ने बैंक के कर्मचारियों पर भी आरोप लगाया कि वह जब अपने खातों से संबंधित जानकारी जानने व पैसे निकालने जाते थे तो उन्हें बैंक के कर्मचारी यह कहकर वापस कर देते थे कि उनके गांव में जब ग्राहक सेवा केंद्र खुला है तो वह यहां आकर क्यों परेशान होते हैं. और ग्रामीणों की पासबुक में भी एंट्री नहीं की जाती थी. उनको आसानी से पैसे भी नहीं दिए जाते थे. जिसके चलते मजबूरन ग्रामीण अपने गांव में स्थित ग्राहक सेवा केंद्र में बैंक मित्र के पास जाते थे. और धोखाधड़ी का शिकार होते रहे.
जाली पासबुक बना करता रहा पैसों को ट्रांसफर
आर्यावर्त बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिवेदी से जब हमारी बात हुई तो उन्होंने बताया कि बैंक मित्र द्वारा धोखाधड़ी करने का मामला संज्ञान में आया है और यह बहुत ही गंभीर मामला है जिसकी हम लोग जांच पड़ताल कर रहे हैं और जिन लोगों के खातों से पैसे निकाले गए हैं. उनके पैसों की भी गणना की जा रही है कि आखिर कितनी रकम बैंक मित्र बबलू प्रजापति ने लोगों के खातों से धोखे से निकाला है. क्षेत्रीय प्रबंधक ने यह भी बताया कि हैरान कर देने वाली बात यह है कि उसने जाली पासबुकों व बैंक मोहर से लोगों के फर्जी खाते खोले और उनमें भी लेनदेन करता रहा.
Shilpi Raj के Bhojpuri Song पर CUTE भाभी ने किया ब्यूटीफुल डांस, एक्सप्रेशन की कायल हुई दुनिया!