नितिन श्रीवास्तव/ बाराबंकी: लगातार दूसरी बार उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने छुट्टा जानवरों से परेशान किसानों को इस समस्या से निजात दिलाने के लिए कई ठोस कदम उठाने की घोषणा की थी, लेकिन फिर भी यह समस्या आज भी किसानों के लिए जस की तस बनी हुई है. सरकार की तरफ से फिलहाल कोई ठोस कदम छुट्टा जानवरों के लिए नहीं उठाये गए हैं. जिससे आज भी प्रदेश का किसान काफी परेशान हैं. वहीं, छुट्टा जानवरों की इस बड़ी समस्या के लिए भाजपा के विधायक किसानों को ही जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. उन्होंने इस समस्या का ठीकरा किसानों पर ही फोड़ते हुए कहा कि दबाव के कारण गौशालाओं में अव्यवस्था रहती है. वहीं, विधायक ने अजीबो-गरीब बयान देते हुए कहा कि जब तक जनमानस रहेगा, तब तक समस्याएं बनी रहेंगी.


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किसान फोड़ा छुट्टा जानवरों की समस्या का ठीकरा
बाराबंकी जिले के हैदरगढ़ से भाजपा विधायक दिनेश रावत से जब किसानों की छुट्टा जानवरों की समस्या को लेकर बात की गई, तो उन्होंने किसानों को ही इसका जिम्मेदार ठहरा दिया. गौशालाओं में फैली अव्यवस्था को लेकर विधायक ने कहा कि कोई भी गौशाला व्यवस्था में फेल नहीं है. जिस मानक में गौशाला की छमता 300 है, अगर उस गौशाला में 1000 जानवर डाल दिया जाए तो जरूर अव्यवस्था होगी. उन्होंने कहा किसानों का दबाव रहता है, इसलिए गौशाला में जानवर ज्यादा हो जाते हैं. 


उन्होंने कहा कि बात किसानों की करें तो उन्हें आवारा पशुओं की समस्या से वह थोड़ा परेशान रहते हैं. उसी पर सरकार काम कर रही है. उत्तर प्रदेश सरकार से उन्होंने अपनी विधानसभा में दो चरागाह बनाने के लिए आवेदन किया था. दोनों की स्वीकृति मिल गई है. गौशाला के लिए बड़ी मात्रा में जमीन खोज रहे हैं. जैसे ही जमीन मिल जाएगी चरागाह बनाने का काम शुरू हो जाएगा. 


वहीं, भाजपा विद्यायक दिनेश रावत ने एक और अजीबो-गरीब बयान देते हुए कहा कि जब तक जनमानस रहेगा तब तक समस्याएं बनी रहेंगी. सरकार काम कर रही है. वहीं, भाजपा सरकार में अधिकारियों के बेलगाम होने पर उन्होंने कहा कि अब सपा-बसपा की सरकारें नहीं हैं, जो एक पक्ष की सुनवाई करके उसी का काम कर दिया जाए. उन्होंने कहा कि अब जो सही होगा उसी के पक्ष में काम किया जाएगा.