वाह रे यूपी पुलिस! अपना ही मालखाना नहीं बचा पाई खाकी, लाखों की मार्फीन और तमंचा गायब
Barabanki News : जिले के एक थाने के मालखाने से करीब 50 लाख की मॉर्फीन, छह तमंचे और हत्या से जुड़े मामलों के साक्ष्य के रूप में रखी गई सामग्री चोरी हो गई. इस मामले का खुलासा उस समय हुआ था जब थाने के मालखाना इंचार्ज हेड मोहर्रिर नरेंद्र वर्मा की एक दुर्घटना में मौत हो गई.
Barabanki News : यूपी के बाराबंकी जिले से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां जिले के एक थाने के मालखाने से करीब 50 लाख की मॉर्फीन, छह तमंचे और हत्या से जुड़े मामलों के साक्ष्य के रूप में रखी गई सामग्री चोरी हो गई. इस मामले का खुलासा उस समय हुआ था जब थाने के मालखाना इंचार्ज हेड मोहर्रिर नरेंद्र वर्मा की एक दुर्घटना में मौत हो गई.
तीन साल पहले दर्ज हुआ था मुकदमा
इसके बाद सीओ और तहसीलदार की मौजूदगी में 9 अक्टूबर 2020 को मालखाने का ताला तोड़कर मालखाने का चार्ज तत्कालीन थाना इंचार्ज अजय को हैंडओवर किया था. मामले में करीब साढ़े तीन साल पहले मर चुके हेड मोहर्रिर के खिलाफ चोरी का मुकदमा दर्ज किया गया है. यह मुकदमा इस समय थाने पर तैनात हेड मोहर्रिर अयाज अहमद ने दर्ज करवाया है.
यह है मामला
दरअसल, यह पूरा मामला बाराबंकी जिले के लोनीकटरा थाने पर 9 अक्टूबर 2020 का है. यहां पर तैनात हेड मोहर्रिर अयाज अहमद ने मृतक हेड मोहर्रिर नरेंद्र वर्मा पर करीब 50 लाख की मॉर्फीन, छह तमंचे और हत्या से जुड़े मामलों के साक्ष्य के रूप में रखी गई सामग्री मालखाने से चोरी करने का मुकदमा दर्ज कराया है.
मालखाने से गायब हो गए थे 22 समान
आश्चर्य की बात यह है कि पुलिस ने मृतक पुलिसकर्मी पर मुकदमा भी दर्ज कर दिया. मुकदमा दर्ज कराने वाले अयाज अहमद ने बताया चेक लिस्ट से पता चला कि मालखाने में रखे मुकदमों से संबंधित 22 समान गायब हैं. इसमें 5 मुकदमों के आरोपियों से बरामद 455 ग्राम मॉर्फीन, हत्या और हत्या के प्रयास से जुड़े मुकदमों में बरामद साक्ष्य सामग्री, गौवंश अधिनियम, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, लूट, आर्म्स एक्ट के 6 मुकदमों में आरोपियों के कब्जे से बरामद छह तमंचे भी गायब मिले हैं.
डीएम ने गठित की थी टीम
मुकदमे में अयाज ने बताया है कि सारा समान तत्कालीन इंचार्ज नरेंद्र वर्मा की ओर से मालखाने में जमा कराया गया था. इसलिए उनको आरोपी बनाकर नामजद किया है. हेड मोहर्रिर अयाज अहमद के अनुसार डीएम की ओर से गठित टीम ने मालखाने में मिले समानों को तत्कालीन हेड मोहर्रिर अजय यादव को दिया गया था. अजय ने इसे 8 जुलाई 2022 को सौंपा था.
तीन साल से दबाए रखा मामला
हैरानी की बात है कि पुलिस थाने के मालखाने से 22 माल गायब होने की बात इंचार्ज नरेंद्र वर्मा की मौत के बाद गठित टीम की संज्ञान में था. बावजूद इसके साढ़े तीन साल से गायब माल को तत्कालीन अफसरों ने मामले को दबाए रखा. मुकदमे को लेकर लोनीकटरा थाने के इंस्पेक्टर अजय प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि मालखाने से 22 माल गायब होने पर चोरी का मुकदमा लिखा गया है.
Watch: एक कार्यक्रम के मंच पर WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के छलके आंसू, वीडियो हो रहा वायरल