अजय कश्यप/बरेली: यूपी के बरेली में तथ्यों को छुपाकर स्लॉटर हाउस चलाया जा रहा था. बरेली में मीट फैक्ट्री मारिया फ्रोजेन में लंबे समय से मनकों के विपरीत संचालित किया जा रहा था. इस मीट फैक्ट्री के खिलाफ उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. जानकारी के मुताबिक ये फेक्ट्री नगर निगम से अनुबंधित होकर काम कर रही थी. खास बात ये है कि कंपनी के खिलाफ शासन को लगातार अनियमितता की शिकायत मिल रही थी. मामले का संज्ञान लेते हुए मुख्य सचिव मनोज कुमार ने फेक्ट्री को तत्काल बंद करने के आदेश दिया है.


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सुविधाओं को बंद करने का निर्देश जारी 
आपको बता दें कि मीट फैक्ट्री मारिया फ्रोजेन के खिलाफ लगातार हो रही शिकायत का शासन ने तत्काल संज्ञान लिया है. आदेश के मुताबिक तत्काल बिजली पानी और अन्य सुविधाओं को बंद करने का निर्देश जारी किया हैं. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से जारी आदेश में कहा गया है कि फैक्ट्री प्रबंधन ने जान बूझकर तथ्यों को छुपाया है. बल्कि निर्धारित मानकों के विरुद्ध जाकर फैक्ट्री के अंदर काम चल रहा था.


फैक्ट्री को 300 जानवरों को काटने की दी गई थी परमिशन 
जानकारी के मुताबिक फैक्ट्री को 300 जानवरों को काटने की परमिशन दी गई थी, लेकिन फेक्ट्री में 600 से 800 जानवरों को काटने की परमिशन तथ्य छुपा कर परमिशन ली गयी जो कि मानको के बिल्कुल विपरीत है और फेक्ट्री का कृत्य दण्डनीय अपराध है. तत्काल इस फक्ट्री को सीज करने के आदेश लखनऊ से प्रदूषण बोर्ड के अध्यक्ष मनोज सिंह दिए है.


मामले में मेयर ने दी जानकारी
वहीं, जब इस मामले में नगर निगम के बीजेपी मेयर उमेश गौतम ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सरकार की तरफ से बड़ी कार्रवाई की गई है. उमेश गौतम ने कहा कि शासन के आदेश का हर हाल में अनुपालन कराया जाएगा. फेक्ट्री को सीज कर दिया गया है. बिजली पानी को बंद करा दिया गया है. मारिया फ्रोजन फेक्ट्री का अनुबंध लखनऊ से हुआ है, शासन ने अबतक कि ये बड़ी कार्रवाई की है.


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