बरेली: बंदरों ने पिता के हाथ से 4 महीने के बच्चे को छीनकर छत से फेंका, मासूम की दर्दनाक मौत
अपने चार महीने के मासूम को अपने हाथों से छिनने के बाद मौत के मुंह में जाते हुए देख एक पिता क्या कर सकता है. बरेली से एक ऐसी ही दर्दनाक खबर सामने आ रही है. पढ़ें-
बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली से एक दर्दनाक घटना सामने आ रही है. यहां के थाना शाही इलाके में बंदरों के एक झुंड ने पिता के हाथ से 4 महीने के बच्चे को छीन लिया और फिर छत से नीचे फेंक दिया. इस हादसे में 4 महीने के मासूम की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि गर्मी ज्यादा होने की वजह से पिता अपने बच्चे को लेकर छत पर टहल रहे थे. उसी दौरान बंदरों ने उनपर हमला कर बच्चे को उनके हाथ से छीन लिया और ऊपर से नीचे फेंक दिया.
यह भी पढ़ें: इंद्र देव के खिलाफ थाने में शिकायत लेकर पहुंचा युवक, भगवान के खिलाफ ही दर्ज करा दी FIR!
घरवाले बचाने आते, उससे पहले बंदरों ने बच्चे को फेंका
दिल दहला देने वाली यह खबर बरेली के शाही थाना क्षेत्र के दुनका से आ रही है. यहां के रहने वाले किसान निर्देश उपाध्याय गर्मी होने की वजह से अपने चार महीने के बेटे को छत पर लेकर गए थे. थोड़ी देर के बाद अचानक से वहां बंदरों का झुंड आ गया और निर्देश उपाध्याय पर हमला बोल दिया. बंदरों के झुंड से बचने के लिए उन्होंने आवाज़ लगाई, तो बंदरों उनपर हावी हो गए. आवाज सुनकर जब तक घर के लोग मदद के लिए आए, उससे पहले ही बंदरों ने निर्देश उपाध्याय के हाथों से बच्चे को छीनकर भागने लगे. देखते ही देखते उनके कलेजे के टुकड़े को बंदरों ने छत से फेंक दिया.
घरवालों पर भी बंदरों ने कर दिया हमला
3 मंजिला घर की छत से नीचे गिरते ही बच्चे की मौके पर मौत हो गई. इसी दौरान जब निर्देश के परिवार वाले छत पर पहुंचे तो बंदरों ने उनपर भी हमला कर दिया.
बच्चे के नामकरण की चल रही थी तैयारी
घरवालों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, बेटे तनिष्क के पैदा होने के बाद 7 साल बाद स्वाति ने दूसरे बेटे को जन्म दिया था. मासूम के नामकरण की तैयारी चल रही थी, लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था. मां-बाप बड़ी धूमधाम से नामकरण कार्यक्रम के आयोजन की तैयारी कर रहे थे, तारीख भी तय कर ली गई थी. लेकिन, एक पल में सारी खुशियां मातम में बदल गईं. बच्चे की मां का रोते-रोते बुरा हाल है.
पहले भी हो चुके हैं ऐसे दर्दनाक हादसे
आपको बा दें कि इससे पहले भी कुत्तों और बंदरों के हमले से कई मासूमों की मौत हो चुकी है, लेकिन जिम्मेदार हमेशा अफसोस जताने के अलावा कुछ नहीं कर पा रहे.
WATCH LIVE TV