राघवेंद्र सिंह/बस्ती: कुछ दशक पहले जहां महिलाओं के घरेलू हिंसा का शिकार होने के मामले सामने आते थे. वहीं आज वह पुरुषों से सामने डट कर खड़ी होकर खुद उन्हें सबक सिखा कर अपने हक के लिए संघर्ष कर रही हैं. ताजा मामला बस्ती का है, जहां एक महिला ने दूसरी शादी करने जा रहे अपने पति की दूसरी शादी को रुकवाकर एक साथ दो जिंदगियों को बचाया. 


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जानिए पूरा मामला 
दरअसल, पूरा मामला लालगंज थाने के कम्हरिया गांव का है, बुधवार को एक युवती की शादी थी. परशुरामपुर थाने के धनुगवां गांव से बारात आयी थी. जयमाल का कार्यक्रम हो चुका था, लोग वर व कन्या को आशीर्वाद दे रहे थे. इसी बीच एक महिला पुलिस के साथ पहुंच गई. उसके साथ घरवाले भी थे. महिला ने पुलिस की मदद से शादी के कार्यक्रम को रोका तो विवाह मंडप में हड़कंप मच गया. 


महिला की बात सुन सन्न रह गए दुल्हन के परिजन 
महिला ने बताया कि जिस युवक की शादी हो रही थी, उसकी पहले ही उसके साथ शादी हो चुकी है. दोनों से एक छह वर्ष की बच्ची भी है. यह सुनकर लड़की के घरवाले अवाक रह गए. इसके बाद महिला और घर के लोग युवक को पकड़ कर नगर थाने पहुंचे तो वहां पुलिस ने कहा कि वे उसे परशुरामपुर थाने ले जाएं. पीड़िता ने बताया कि 2009 में उसकी शादी दूसरी शादी रचाने गए युवक से हुई थी. बेटी पैदा होने के बाद दोनों के बीच न्यायालय में मुकदमा चल रहा है.  


दूसरी शादी की भनक लगते ही पहुंची महिला
मामले में समझौते के लिए उनके पति के जीजा ने घर बुलाया था. इसके बाद उनके मौसा व परिवार के लोग गए तो उनसे कहा गया कि 12 को रामभगत मुंबई से आएंगे. बाद में पता चला कि वह चार जून को ही आ गए. इसी बीच पता चला कि वह दूसरी शादी करने जा रहे है. इसकी शिकायत परशुरामपुर पुलिस से की गई. इसी बीच पति के दूसरी शादी का कार्ड हाथ लग गया. इसी के आधार पर वह मौके पर पहुंची.


पूरे मामले पर परशुरामपुर के थानाध्यक्ष अरविद कुमार शाही ने बताया कि दोनों पक्षों ने आपस में सुलह समझौता कर लिया है. वहीं एसपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि मामला पुलिस आफिस में मामले का समझौता करवाकर दोनों घर भेज दिया गया है.


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