लखनऊ। Bharat Jodo Yatra in UP, Corona Update:कोविड के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए 'भारत जोड़ो यात्रा' रोकने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया की तरफ से कांग्रेस नेता राहुल गांधी पत्र लिखे जाने के बीच यात्रा की समन्वय समिति के अध्यक्ष सलमान खुर्शीद ने गुरुवार को कहा कि यात्रा नहीं रोकी जाएगी. खुर्शीद ने कहा "कांग्रेस अपनी यात्रा में कोविड से बचाव संबंधी तमाम सावधानियों का पालन हर हाल में करेगी लेकिन यात्रा नहीं रुकेगी, नहीं रुकेगी, नहीं रुकेगी." खुर्शीद से पूछा गया था कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने राहुल को पत्र लिखकर यात्रा रोकने को कहा है, तो क्या यात्रा कार्यक्रम पर इसका असर पड़ेगा?


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पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में हर पार्टी और व्यक्ति को अपनी बात कहने का अधिकार है. कांग्रेस की इस यात्रा से सरकार डर गई है इसीलिए तरह-तरह की आदेश और पत्र जारी किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ आगामी तीन जनवरी को गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र से उत्तर प्रदेश में दाखिल होगी. उसके बाद वह बागपत और शामली होते हुए हरियाणा में दाखिल हो जाएगी..



'महीने में 15 किमी पैदल चलें, धक्के खाएं और घुटने छिलाएं पर लोगों से जुड़ें'
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 17 दिनों के बाद बुधवार को राजस्थान से निकलकर हरियाणा में प्रवेश कर गई है. राजस्थान की सीमा से लगे हरियाणा के नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका में झंडा सौंपने के समारोह में राहुल गांधी ने रेगिस्तानी राज्य के नेताओं को गर्मजोशी से गले लगाकर उन्हें विदाई दी. कांग्रेस नेता ने अपने संबोधन में एक बार फिर नेताओं को जमीन पर रहने और आम लोगों से जुड़े रहने की हिदायत दी. उन्होंने कहा- मैं (कांग्रेस अध्यक्ष) मल्लिकार्जुन खड़गे से अपील करना चाहता हूं कि जहां भी कांग्रेस की सरकार बने, वहां के नेता जनता के बीच रहें. नेताओं को धक्के खाने चाहिए, गिरना चाहिए, घुटने छिलने चाहिए. ताकि वह आम लोगों के दर्द को समझ सकें. 


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राहुल गांधी ने मंच पर मौजूद सभी प्रदेश नेताओं को एक-एक कर गले लगाया. सबसे पहले उन्होंने राजस्थान कांग्रेस प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा को विदाई दी, उसके बाद सचिन पायलट, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और अन्य नेताओं को भी गले लगाकर विदाई दी. राहुल गांधी ने कहा- मैं खड़गे जी से कहना चाहता हूं कि हर कांग्रेस शासित राज्य में मंत्रियों के महीने में एक बार 15 किलोमीटर पैदल चलने के इस मॉडल को दोहराया जाना चाहिए. जहां भी कांग्रेस की सरकार बने, वहां के मंत्री, विधायक और पार्टी के नेता महीने में कम से कम एक दिन सड़क पर चलें.
राहुल को बड़े भाषण से परहेज
उन्होंने कहा- अन्य नेता घंटे भर भाषण देते हैं, हम 15 मिनट बोलते हैं. हम यात्रा के दौरान लंबे भाषण नहीं देते हैं. यात्रा सुबह 6 बजे शुरू होती है, हम छह से सात घंटे चलते हैं और फिर 15 मिनट तक भाषण देते हैं. आजकल नेताओं और जनता के बीच एक फासला है. नेताओं को लगता है कि जनता की बात सुनने की जरूरत नहीं है, बस घंटों लंबे-लंबे भाषण देते हैं. हमारी यात्रा इसे बदलने की कोशिश कर रही है। हम सात-आठ घंटे पैदल चलते हैं और सभी नेता किसान, मजदूर, नौजवान और छोटे दुकानदारों की बात सुनते हैं.


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