कुलदीप चौहान/बागपत: पुलिस दबिश के डर से आत्महत्या करने वाली महिला व उसकी दो बेटियों के परिवार से आज बीजेपी के बागपत से सांसद  डॉ सत्यपाल सिंह मिले और सांसद ने परिवार के सदस्यों से मिलकर शोक संवेदनाये व्यक्त की. साथ ही मामले में निष्पक्ष जांच कर दोषियों के विरुद्ध सख्त करवाई का आश्वासन दिया. भाजपा सांसद ने कहा कि बागपत पुकिस को इस तरह के संवेदनशील मामलों में अपनी कार्यशैली और व्यवहार सुधारने की बात कही है.


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पुलिस के डर से खा लिया था सल्फास
मामला छपरौली थाना क्षेत्र का है, जहां बाछोड गांव में रहने वाले महक पांचाल का बेटा गांव की ही एक लड़की को लेकर चला गया था, जिसके चलते ही पुलिस लड़के के घर पर दबिशे दे रही थी. दबिश के दौरान पुलिस के डर से परिवार की एक महिला गीता व उसकी दो बेटियों प्रीति व स्वाति ने 24 मई को सल्फास खा लिया था, जिनकी मेरठ सुभारती हॉस्पिटल में उपचार के दौरान मौत हो गई थी और पीड़ित परिजनों ने छपरौली थाने के दरोगा नरेशपाल के खिलाफ तहरीर दी थी, जिसके बाद एसपी बागपत ने दरोगा नरेशपाल को निलंबित कर दिया था. फिलहाल आज बागपत से सांसद डॉ सत्यपाल सिंह बाछोड गांव में में पीड़ित परिवार के बीच पहुंचे थे. 


सांसद डॉ सत्यपाल सिंह ने कहा कि ये बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और दुख भरी बात है कि एक पांचाल परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई. उन्होंने बताया कि दरोगा के खिलाफ शिकायत की है कि उसका व्यवहार और प्रताड़ना से परेशान होकर परिवार के तीन लोगों ने सल्फास खाया है. मैंने कप्तान साहब और डीएम साहब से भी बात की है. मामले की इंक्वायरी करने वाले सीओ से भी बात की है कि ईमानदारी से इसकी जांच की जाए और जो भी दोषी पाए जाएं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. लोगों को मालूम चलना चाहिए कि जो इतना संवेदनशील मामला है. 


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