बाराबंकी में करप्शन अपनी चरम सीमा पर पहुंच गया है. आए दिन यहां से किसी ना किसी की रिश्वतखोरी का ऑडियो वायरल हो रहा है. पहले बालू माफिया, फिर चौकी प्रभारी और अब कानूनगो की रिश्वतखोरी का ऑडियो वायरल हुआ है. 


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उत्तरप्रदेश के बाराबंकी जिले में हैदरगढ़ तहसील क्षेत्र के सिद्धौर कानूनगो पर रिश्वतखोरी का आरोप लगा है. वायरल ऑडियो के अनुसार कानूनगो एक किसान से रिश्वत देने की बात कर रहा है. ऑडियो वायरल होने के बाद से पूरे तहसील प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. सवाल यह है कि क्या इन अधिकारियों को किसी का डर नहीं है. बाराबंकी से रिश्वतखोरी का यह तीसरा मामला है. सबसे पहले एक बालू माफिया का ऑडियो वायरल होता है. इस मामले के शांत होने से पहले ही एक चौकी प्रभारी का भी ऑडियो वायरल हो जाता है.


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पूरा मामला हैदरगढ़ तहसील क्षेत्र के "मदारहपुर अमर सिंह" गांव का है. यहां के रहने वाले 3 किसानों की जमीन मौके पर काफी कम थी. किसानों ने खेत की पैमाइश करवाने के लिए हैदरगढ़ तहसील में आवेदन किया. कुछ दिन बाद किसानों के खेत की पक्की पैमाइश के लिए हैदरगढ़ तहसील से आदेश हो गया. पक्की पैमाइश का आदेश होने के बाद फाइल क्षेत्रीय सिद्धौर कानूनगो मंसाराम के पास पहुंची. जब किसानों ने मंसाराम कानूनगो से पैमाइश करने की बात कही तो उन्होंने 10 हजार की डिमांड की. कहा कि 10 हजार रुपए लगेंगे आपका खेत जो कम है वह पूरा कर दिया जाएगा.


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पीड़ित किसानों ने किसी तरह 10 हजार रुपया इकट्ठा करके मंसाराम कानूनगो को दे दिए. बीते बृहस्पतिवार को कानूनगो अपने प्राइवेट मुंशी और एक रिटायर कानूनगो को लेकर मौके पर पहुंचे. कानूनगो क्षेत्रीय लेखपाल को अपने साथ नहीं ले गए. विपक्षियों से सांठगांठ करके कानूनगो ने रिटायर कानूनगो से किसानों के खेत की पैमाइश करवा दी. पीड़ित किसानों का खेत जो कम था वह तो मिला नहीं. जब किसानों ने मंसाराम कानूनगो से इस बारे में बात की तो उन्होंने बताया कि आपके खेत में गांव का मुख्य मार्ग निकला हुआ है. जबकि क्षेत्रीय लेखपाल ने नक्शे में पैमाइश करके बताया था कि आपका खेत जो कम है वह आपके विपक्षियों ने ले रखा है.


दूसरे दिन पीड़ित किसानों ने जब मंसाराम कानूनगो से पैसा लेने के बाद भी खेत पूरा न किए जाने की बात कही तो कानूनगो ने फोन पर ही किसान को बताया कि मौके पर हमने विपक्षियों के पक्ष की बात की थी. लेकिन आप परेशान मत हो हम आप के पक्ष में ही रिपोर्ट लगाएंगे. कानूनगो ने फोन पर यह तक कह दिया कि आपने पैसा दिया है और विपक्षी भी पैसा देंगे. कानूनगो और किसान के बीच हुई बातचीत की यह रिकॉर्डिंग वायरल होने के बाद हैदरगढ़ तहसील प्रशासन पर बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर अधिकारी ऐसे भ्रष्ट कर्मचारियों पर सख्त कार्यवाई क्यों नहीं कर रहे हैं. ऐसे भ्रष्ट कर्मचारी सीएम योगी की जीरो टॉलरेंस नीति को चुनौती देते हुए सरकार की छवि को धूमिल कर रहे हैं. बाराबंकी एडीएम राकेश कुमार सिंह ने बताया है कि आपके द्वारा मामला संज्ञान में आया है ऑडियो की जांच करवाकर सख्त कार्रवाई की जाएगी.


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